मैया तेरे भक्तों ने दरबार सजाया है
मैया तेरे भक्तों ने,
दरबार सजाया है,
आजाओ मेरी मैया,
तुझे दिल से भुलाया है,
मैया तेरे भक्तों ने,
दरबार सजाया है।
आसमान के तारों से,
फूलो की कतारों से,
तेरा भवन सजाया,
माँ रंगीन गुब्बारों से,
इतर की फुहारों से,
तुझको महकाया है,
मैया तेरे भक्तों ने,
दरबार सजाया है।
तेरी लाल चुनरियाँ,
माँ खूब सजाई है,
सूरज की बना बिंदियां,
माथे पे लगाई है,
मैया तेरी नथनी पे,
हीरा जड़ वाया है,
मैया तेरे भक्तों ने,
दरबार सजाया है।
नारियल और पान सुपारी,
तेरी भेंट ले आये है,
श्रद्धा के पुष्प मैया,
चरणों में लाये है,
मेवा और मिश्री का,
तेरा भोग बनाया है,
मैया तेरे भक्तों ने,
दरबार सजाया है।
सरगम ने सदा मेरी,
माँ यश तेरा गाना है,
जीवन अपना सारा,
तेरे दर पे बिताना है,
क्या घबराना है,
सिर पे तेरा साया है,
मैया तेरे भक्तों ने,
दरबार सजाया है।
चैत्र नवरात्री स्पेशल - मैया तेरे भक्तों ने दरबार सजाया है | Mata Ka Bhajan by Sandeep Sargam
Durga Mata Bhajan Lyrics Hindi