मेरे कंठ बसो महारानी
मेरे कंठ बसो महारानी,
जीवन का संगीत तुम्ही हो,
आशाओं का दीप तुम्ही हो,
शब्द सुधा से दामन भर दो,
मैं जाचक तू दानी।
मेरे कंठ बसो महारानी,
जीवन का संगीत तुम्ही हो,
आशाओं का दीप तुम्ही हो,
शब्द सुधा से दामन भर दो,
मैं जाचक तू दानी।
लय और ताल का ज्ञान भी दे दो,
स्वर सरगम और तान भी दे दो,
मेरे सीस पे हाथ धरो माँ,
सरस्वती कल्याणी।
लय और ताल का ज्ञान भी दे दो,
स्वर सरगम और तान भी दे दो,
मेरे सीस पे हाथ धरो माँ,
सरस्वती कल्याणी।
जीवन का संगीत तुम्ही हो,
आशाओं का दीप तुम्ही हो,
शब्द सुधा से दामन भर दो,
मैं जाचक तू दानी।
मेरे कंठ बसो महारानी,
जीवन का संगीत तुम्ही हो,
आशाओं का दीप तुम्ही हो,
शब्द सुधा से दामन भर दो,
मैं जाचक तू दानी।
लय और ताल का ज्ञान भी दे दो,
स्वर सरगम और तान भी दे दो,
मेरे सीस पे हाथ धरो माँ,
सरस्वती कल्याणी।
लय और ताल का ज्ञान भी दे दो,
स्वर सरगम और तान भी दे दो,
मेरे सीस पे हाथ धरो माँ,
सरस्वती कल्याणी।
song jaspinder bhent maan di
- Album: JAGRAN KI RAAT- VOL.2
- Singer: Anuradha Paudwal
- Composer: Lalit Sen
- Shoot on: ANURADHA PAUDWAL
- Music Label:T-Series
