पलका री छांव लिरिक्स Palaka Ree Chhanv Lyrics
पलका री छांव राखू सा,बेरी नजरा बचाए राखू सा,
म्हारा ईसर म्हारा साहेब जी,
हिवड़े सु लगाए राखू सा।
म्हारे मन रो ठिकानो रेवे कोनी,
भरी दोपहरी में जद निकलो,
गोरो रंग साँवलो हो जावे,
तीखे तावड़िया में मत निकलो।
म्हारो केनो मानो आलीजा,
म्हारो केनो मानो आलिजा,
म्हारो केनो मानो आलिजा।
काई काम की उमराव,
आ सरकारी नौकरी,
एक पल को कोनी चैन,
कदे बिराजो दो घड़ी,
में कैउ सा या बात पता की,
म्हारी बात कागज पर लिखलो,
गोरो रंग साँवलो हो जावे,
तीखे तावड़िये में मत निकलो।
म्हारो केनो मानो आलिजा,
म्हारो केनो मानो आलीजा,
म्हारो केनो मानो आलीजा।
जरा सी देर में आऊ सा,
पचरंगी चुंदड़ी लाऊ सा,
म्हारी मरवण म्हारी कामणगारी,
नैना माय बसाऊ सा,
एक बार मने थे जावा दियो,
मत राखो सा इत तो पहरो,
गोरो रंग साँवलो होवा दियो,
म्हारो रंग प्रीत को है गहरो।
म्हारो केनो मानो लाडिसा,
म्हारो केनो मानो लाडीसा,
म्हारो केनो मानो लाडीसा।
मानो सा म्हारी बात ने,
जानो तो जाओ रात ने,
जग मग करे सारो जयपुरियो,
ले चालो माने साथ में,
आप रूप रूपाला घणा हटीला,
काई मैं करू के पिया पिघलो,
गोरो रंग साँवलो हो जावे,
तीखे तावड़िए में मत निकलो।
म्हारो केनो मानो आलिजा,
म्हारो केनो मानो आलिजा,
म्हारो केनो मानो आलिजा।