कान्हा तू काला मैं गोरी घणी
कान्हा तू काला मैं गोरी घणी,
कान्हा तू काला मैं गोरी घणी,
बरसाने चलेंगे दोनों जणे,
बरसाने चलेंगे दोनों जणे।
कान्हा तू चंदा मैं चांदनी,
आधी रात को मिलेंगे दोनों जणे,
कान्हा तू काला मैं गोरी घणी,
बरसाने चलेंगे दोनों जणे।
कान्हा तू बादल मैं बिजली,
सावन में मिलेंगे दोनों जणे,
कान्हा तू काला मैं गोरी घणी,
बरसाने चलेंगे दोनों जणे।
कान्हा तू बंसी मैं तान हूँ,
रासों में मिलेंगे दोनों जणे,
कान्हा तू काला मैं गोरी घणी,
बरसाने चलेंगे दोनों जणे।
कान्हा तू रहने वाला नंदगांव का,
मेरा ठोर ठिकाना बरसाने में,
कान्हा तू काला मैं गोरी घणी,
बरसाने चलेंगे दोनों जणे।
कान्हा तू निधिवन में आ जाइयो,
हम रास करेंगे दोनों जणे,
कान्हा तू काला मैं गोरी घणी,
बरसाने चलेंगे दोनों जणे।
कान्हा तू माखन मैं मिश्री,
भोगों में मिलेंगे दोनों जणे,
कान्हा तू काला मैं गोरी घणी,
बरसाने चलेंगे दोनों जणे।
राधा कृष्ण भजन | कान्हा तू काला मैं गोरी घणी | Kanha Tu Kala Main Gori Ghani | Radha Krishna Bhajan