माँ सरस्वती तेरे चणों में, हम शीश झुकाने आयें है । दर्शन की भिक्षा लेने को, दो नयन कटोरे लाए हैं ॥
अज्ञान अंधेरा दूर करो और, ज्ञान का दीप जला देना । हम ज्ञान की शिक्षा लेने को, माँ द्वार तिहारे आए हैं ॥
हम अज्ञानी बालक तेरे, अज्ञान दोष को दूर करो ॥ बहती सरिता विद्या की, हम उसमें नहाने आए हैं ॥
Saraswati Mata Bhajan
हम साँझ सवेरे गुण गाते, माँ भक्ति की ज्योति जला देना । क्या भेंट करु उपहार नहीं, हम हाथ पसारे आए हैं ॥
माँ सरस्वती तेरे चरणों में, हम शीश झुकाने आयें है । दर्शन की भिक्षा लेने को, दो नयन कटोरे लाए हैं ॥
सरस्वती वंदना | माँ सरस्वती तेरे चरणों में हम शीश झुकाने आये हैं |Saraswati Vandana Amardeep School
Maa Saraswati, tere charano mein hum sheesh jhukane aaye hain. Darshan ki bhiksha lene ko do nayan katore laye hain. Agyaan andhera door karo, aur gyaan ka deep jala dena. Hum gyaan ki bhiksha lene ko Maa dwar tihare aaye hain. Maa Saraswati, tere...
ऐसे ही अन्य भजनों के लिए आप होम पेज / गायक कलाकार के अनुसार भजनों को ढूंढें.