मैंनु मैया के दरबार में नचने दे नचने लिरिक्स Menu Maiya Ke Darbar Me Lyrics
मैंनु मैया के दरबार में नचने दे नचने लिरिक्स Menu Maiya Ke Darbar Me Lyrics
मैंनु मैया के दरबार में,
नचने दे नचने,
मत रोक डोलियाँ डोल,
डोल तू भजने दे भजने दे,
मैंनु मैया के दरबार में,
नचने दे नचने।
पहली बार कराया मैंने,
मैया का जगराता,
पहली पहली बार मेरे घर,
आई है जग माता,
कम घुंघरू की क्षण क्षण की,
आवाज ना होने दूंगा,
जागूंगा मैया को भी,
मैं आज ना सोने दूंगा,
मच गया शहर में शोर,
शोर तो मचने दे मचने दे,
मैंनु मैया के दरबार में,
नचने दे नचने।
पलकों पे आसन में अपनी,
माँ को आज बिठाऊं,
फूलों से श्रृंगार करूं,
मेवों के भोग लगाऊ,
रोज रोज ना आयेगी,
ये रात नसीबो वाली,
मेरा आज दशहरा है,
मेरी है आज दीवाली,
मेरे मन में नुरानी ज्योत,
ये जगने दे जगने दे,
मैंनु मैया के दरबार में,
नचने दे नचने।
मैया की भगती का चोला,
कोई मुझे पेहना दे,
लाल चुनर बांधे माथे पे,
टिका लाल लगा दे,
माँ के नाम की लाली में,
आज ऐसे रंग जाना है,
जो देखे पहचाने मुझको,
माँ का दीवाना है,
जग देखे मेरी टोर टोर,
मुझे सजने दे सजने दे,
मैंनु मैया के दरबार में,
नचने दे नचने।