हाल मेरे दिल का तमाम लिख दे लिरिक्स
हाल मेरे दिल का तमाम लिख दे,
हाल मेरे दिल का तमाम लिख दे।
साजन प्रीत लगाय के,
दूर देश मत जाओ,
बसो हमारी नगरी में,
हम मांगे तुम खाओ।
हाल मेरे दिल का तमाम लिख दे,
चिट्ठी जरा सैंयांजी के नाम लिखदे,
हाल मेरे दिल का तमाम लिख दे।
लिखदे सांवरिया को जिया बेकरार है,
अंखियों में भीगी भीगी कजरे की धार है,
होती नहीं सुबह ऐसी शाम लिख दे।
चिट्ठी जरा सैंयांजी के नाम लिखदे,
हाल मेरे दिल का तमाम लिख दे।
मुझको सताया पीया सबसे कहूंगी,
एक दिन का बदला मैं गिन गिन के लूंगी,
नाम तेरा होगा बदनाम लिख दे,
चिट्ठी जरा सैंयांजी के नाम लिखदे,
हाल मेरे दिल का तमाम लिख दे।
जाके परदेश मेरी याद भी न आई है,
कहता जमाना तेरा पीया हरजाई है,
मेरा उनको फिर भी सलाम लिख दे,
चिट्ठी जरा सैंयांजी के नाम लिखदे,
हाल मेरे दिल का तमाम लिख दे।
हाल मेरे दिल का तमाम लिख दे,
चिट्ठी जरा सैंयांजी के नाम लिखदे,
हाल मेरे दिल का तमाम लिख दे।
हाल मेरे दिल का तमाम लिख दे Chitthi Jara Sainya Ji Ke Naam Likh De/Shri Kaushal Tiwari Ji/Bhajan