नखरालो म्हारो श्याम धणी
नखरालो म्हारो श्याम धणी,
ऐ के नखरे की पूछो काई बात,
नखरालो म्हारो श्याम धणी,
या का जग से निराला देख्या ठाठ,
नखरालो म्हारो श्याम धणी।
हिरा मोती मुकुट पे साजे,
गल वैजंती माला,
आंख्यां में काजल है कारो,
केसर तिलक निराला,
मेहंदी राचणी भी राच रही हाथ,
नखरालो म्हारो श्याम धणी।
फुला रो श्रृंगार श्याम को,
भावे रंग बिरंगो,
बदल बदल के पहरो बागो,
बागो यो पचरंगो,
होवे ऐके ऊपर इत्र री बरसात,
नखरालो म्हारो श्याम धणी।
सेठां को ये सेठ सांवरो,
छप्पन भोग लगावे,
खीर चूरमो माखन मिश्री,
सांवरिये ने भावे,
खावे माखन या तो आंगली ने चाट,
नखरालो म्हारो श्याम धणी।
तीन बाण कांधे पर सोवे,
लीले करे सवारी,
नखराले म्हारे श्यामधणी की,
लीला जग में न्यारी,
देवे यो तो हरदम हारयोड़ा रो साथ,
नखरालो म्हारो श्याम धणी।
नखराले का देख के नखरो,
जग सारो हर्षावे,
नजर उतारे रोमी आ की,
वारी वारी जावे,
नाचे कीर्तन माही सारी सारी रात,
नखरालो म्हारो श्याम धणी।
ऐ के नखरे की पूछो काई बात,
नखरालो म्हारो श्याम धणी,
या का जग से निराला देख्या ठाठ,
नखरालो म्हारो श्याम धणी।
नखरालो म्हारो श्यामधणी - Khatu Shyam Ji Bhajan - Nakhralo Mharo Shyamdhani Sardarromiji bhajan
Krishna Bhajan Lyrics Hindi