बांह मेरी भी पकड़ एक बार सांवरे

बांह मेरी भी पकड़ एक बार सांवरे

बांह मेरी भी पकड़, एक बार सांवरे,
मुझे तेरी बड़ी है दरकार, सांवरे।।
मेरी नैया है बीच मझधार, सांवरे,
तेरे हाथों में है मेरी पतवार, सांवरे।।
आके मुझको लगा ले उस पार, सांवरे।।
बांह मेरी भी पकड़, एक बार सांवरे...

मेरा तुझपे भरोसा बड़ा भारी है,
लोग कहते, तुझे दाता सारी है।।
मेरी बारी क्यों देर लगाई, सांवरे,
तेरी याद में आंखें भर आई, सांवरे।।
मेरे आंसुओं को देख, एक बार, सांवरे।।
मुझे तेरी बड़ी है दरकार, सांवरे।।
बांह मेरी भी पकड़, एक बार सांवरे...

जिसने भावों से तुझको मनाया है,
मेरे सांवरे, उसी ने तुझे पाया है।।
नज़रें मुझ पे भी कर, मेरे श्याम सांवरे,
मेरे दिल का यही है अरमान, सांवरे।।
तुझे मिलने को दिल बेकरार, सांवरे।।
मुझे तेरी बड़ी है दरकार, सांवरे।।
बांह मेरी भी पकड़, एक बार सांवरे...

बड़ी आस लेके, दर तेरे आया हूं,
सारी दुनिया का, सांवरे, सताया हूं।।
अपने सीने से लगा ले, एक बार सांवरे,
मुझे सीने से लगा ले, एक बार सांवरे।।
तेरे दास की तू सुन ले पुकार, सांवरे,
राज मित्तल पे कर उपकार, सांवरे।।
मुझे तेरी बड़ी है दरकार, सांवरे।।
बांह मेरी भी पकड़, एक बार सांवरे...


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