बोल बोल कागा मेरे राम कब आयेंगें
बोल बोल कागा मेरे,
राम कब आयेंगें,
शबरी की कुटिया के,
भाग खुल जायेंगें।
आये नहीं राम जी,
लगाई कहां देर है,
चुन चुन के मैंने कब से,
रख दिए बेर हैं,
बलि बलि जाऊंगी,
जब राम मेरे आयेंगें।
बोल बोल कागा मेरे,
राम कब आयेंगें,
शबरी की कुटिया के,
भाग खुल जायेंगे।
ला दे रे कागा,
मेरे राम की खबरिया,
आयेंगे धनुष धारी,
कौन सी डगरिया,
अंखियां बिछा दूंगी,
जब राम मेरे आयेंगे।
बोल बोल कागा मेरे,
राम कब आयेंगे,
शबरी की कुटिया के,
भाग खुल जायेंगें।
भोले भाले दोनों भाई,
बड़े ही रिझावर हैं,
मेरी इस नैया के,
वो ही पतवार हैं,
जान के अनाथ हमको,
पार वो लगायेंगें।
राम की लगन में,
मगन थी मैं काग रे,
लगी हुई पापों वाली,
बुझ गयी आग रे,
बिगड़ी पुरानी मेरी,
आके वो बनायेंगें,
बोल बोल कागा मेरे,
राम कब आयेंगें,
शबरी की कुटिया के,
भाग खुल जायेंगें।
SSDN:-बोल काग़ा बोल मेरे राम कब आएँगे | Ram Bhajan | 22 January special bhajan | Anandpur bhajan