राम गयो वनवास म्हारो भजन
राम गयो वनवास म्हारो,
लखन गयो वनवास,
चंदा छुप जा रे बादल में,
म्हारो राम गयो वनवास।
राम बिना म्हारी सुनी अयोध्या,
लखन बिना ठकुराई,
सीता बिना म्हारो सुनो रसोड़ो,
कोण करे चतुराई,
चंदा छुप जा रे बादल में,
म्हारो राम गयो वनवास।
आगे आगे राम चलत है,
पीछे लक्मण भाई,
बिच में तो चले जानकी,
शोभा वरणी न जाई,
चंदा छुप जा रे बादल में,
म्हारो राम गयो वनवास।
सावण बरस भादवो बरसे,
पवन चले पुरवाई,
वृक्ष के निचे तीनो भीगे,
राम लखन सीता माई,
चंदा छुप जा रे बादल में,
म्हारो राम गयो वनवास।
रावण मार राम घर आये,
घर घर बटत बधाई,
सुर नर मुनिजन करत आरती,
तुलसीदास जश गाई,
चंदा छुप जा रे बादल में,
म्हारो राम गयो वनवास।
Anil Nagori चंदा छुप जा रे बादल में मेरा राम गया वनवास अनिल नागौरी
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