आया सावन तो फिर याद आई
आया सावन तो फिर याद आई,
वो मायके की गलियां,
वो सखियां सहेलियां,
और हरी हरी चूड़ियां।
घिर आई घटा मेरे बाबा के घर,
कजरारी घटा मेरे नाना के घर,
मेरी दादी ने खुश हो के भेजी,
मेरी नानी ने खुश हो के भेजी,
लहरिया की साड़ी वो गोटे की साड़ी,
और हरी हरी चूड़ियां,
आया सावन तो फिर याद आई,
वो मायके की गलियां।
पुरवईया बही मेरे भैया के घर,
और कूकी कोयल मेरे जीजाके घर,
मेरी भाभी ने आज मुझे भेजे,
मेरी दीदी ने खुश हो के भेजे,
ये फूलों के गजरे ये मेंहदी और जेवर,
और हरी हरी चूड़ियां।
घिर आई घटा मेरे बाबुल के घर,
मात वाली घटा मेरे बाबुल के घर,
मेरी अम्मा ने खुश हो के भेजा,
मेरी अम्मा ने खुशहो के भेजा,
ये रेशम का झूला ये चांदी की पटली,
और हरी हरी चूड़िया।
लगी सावन झड़ी मेरे साजन के घर,
मुतियां की लड़ी मेरे बलम के घर,
मेरी सासुल ने खुश हो के भेजे,
मेरी सासुल ने खुश हो के भेजे,
ये नख शिख गहनें ये सिंदूर बिंदिया,
और हरी हरी चूड़ियां,
आया सावन तो फिर याद आई,
वो मायके की गलियां,
वो सखियां सहेलियां,
और हरी हरी चूड़ियां।
Hariyali teej special song ||sawan geet |aaya sawan to phir ||dholak geet ||with lyrics|nirvah singh
ऐसे ही अन्य भजनों के लिए आप होम पेज / गायक कलाकार के अनुसार भजनों को ढूंढें.
पसंदीदा गायकों के भजन खोजने के लिए यहाँ क्लिक करें।