घर मेरे आए हैं राम रमैया भजन
ढोल बजाओ बजाओ रे बाजा,
ढोल बजाओ बजाओ रे बाजा,
आये रे आये अवध के राजा,
राम लखन संग सीता मैया,
घर मेरे आए हैं राम रमैया,
घर मेरे आए हैं राम रमैया।
रघुकुल रीत सदा चली आई,
प्राण जाए पर वचन ना जाई,
चौदह बरस का काट ने वन,
घर से निकले रघुनंदन।
कौशल्या भी राम से बिछड़ी,
बिछड़े भरत और मिले हनुमान,
लंका जीत के अवध आए,
रामराज रघुकुल लाये।
दूर अंधेरा हुआ रोशनी से,
झूमे अयोध्या मारे खुशी से,
राम लखन संग सीता मैया,
घर मेरे आए हैं राम रमैया,
घर मेरे आए हैं राम रमैया।
साज बाज की गूंज गूंज है,
नए आज की गूंज गूंज है,
रामराज की गूंज गूंज है,
गुंजे रे सारे नगरिया।
शुभ मंगल की बेला आई,
चारों तरफ है खुशियां छाई,
हर दिल में गूंजे शहनाई,
झूमे रे सारी नगरिया,
ओ झूमे रे सारी नगरिया।
ढोल बजाओ बजाओ रे शंख,
नाचे अवध जब बजे रे मृदंग,
राम लखन संग सीता मैया,
घर मेरे आए हैं राम रमैया,
घर मेरे आए हैं राम रमैया।
Ghar Mere Aaye Hain Ram Ramaiya | Ayodhya Ram Mandir 2024| Saaj Bhatt | Shabbir Ahmed, Hemant Tiwari
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