सुन खोली के महाराज लिरिक्स Sun Kholi Ke Maharaj Bhajan Lyrics

सुन खोली के महाराज लिरिक्स Sun Kholi Ke Maharaj Bhajan Lyrics


सुन खोली के महाराज लिरिक्स Sun Kholi Ke Maharaj Bhajan Lyrics

सुन खोली के महाराज,
शरण में आ गई रे हो बाबा।

जो तेरे दर पे आवै है हो बाबा,
वो मनचाहा फल पावै है हो बाबा,
तुम करते हो सिद्ध काज,
शरण में आ गई रे हो बाबा,
सुन खोली के महाराज,
शरण में आ गई रे हो बाबा।

तेरी खोली में सत भारी है हो बाबा,
तू खुशीयों का भंडारी है हो बाबा,
तेरी कला शिखर मैं आज,
शरण में आ गई रे हो बाबा,
सुन खोली के महाराज,
शरण में आ गई रे हो बाबा।

मैं बिना पुत्र दुख पाई हूं हो बाबा,
बड़ी आशा करके आई हूं हो बाबा,
अब राखो मेरी लाज,
शरण में आ गई रे हो बाबा,
सुन खोली के महाराज,
शरण में आ गई रे हो बाबा।

तू सूखे चमन खिलावनिया हो बाबा,
रामेश्वर भाग जगावनिया हो बाबा,
सुन मेरी भी आवाज,
शरण में आ गई रे हो बाबा,
सुन खोली के महाराज,
शरण में आ गई रे हो बाबा।


Ho Baba | हो बाबा | Kholi Bhajan | Sun Kholi Ke Maharaj | Kholi Wale Mohan Baba | Manoj Khatana। MKB


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