पहाड़ी मां थारी ओल्यूं आवे
थारी ओल्यूंड़ी आवे,
मां थारी याद सतावे,
आकर दर्श दिखा दो,
म्हारी मावड़ी,
थारी ओल्यूंड़ी आवे,
मां थारी याद सतावे,
आकर हिवड़ लगा लो,
म्हारी मावड़ी।
थारी याद घणेरी म्हाने आवे,
म्हारी आंख्यां तो नीर बहाव,
मैया दिन बित्यो जावे,
रात्यूं नींद ना आवे,
आकर दर्श दिखा दो,
म्हारी मावड़ी।
मैया कद से म्हे थाने बुलावा,
कैंया मनड़ा न धीर बंधावा,
थारे बिन कुण है म्हारो,
म्हान थारो ही सहारो,
आकर हिवड़ लगा लो,
म्हारी मावड़ी।
मैया थारा है भक्त घणेरा,
थां बिण कुण धणी मैया मेरा,
प्रवीण दर्श दिखा दो,
म्हारी बिगड़ी बना दो,
आकर हिवड़ लगा लो,
म्हारी मावड़ी।
थारी ओल्यूंड़ी आवे,
मां थारी याद सतावे,
आकर दर्श दिखा दो,
म्हारी मावड़ी,
थारी ओल्यूंड़ी आवे,
मां थारी याद सतावे,
आकर हिवड़ लगा लो,
म्हारी मावड़ी।
पहाड़ी माँ थारी ओल्यु आवे | Pahari Mata Bhajan | Nakipur Pahadi Mata Bhajan | Nakipur Dham
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