शिव त्रिलोकों के स्वामी लिरिक्स
शिव त्रिलोकों के स्वामी,
मानव दानव के राजा,
शंकर संकट हरना,
शंकर संकट हरना।
भक्तों ने जब,
तुझको शीश नवाया,
सुख तीनों लोकों का,
क्षण भर पाया,
भटकाये सबको तेरी ही माया,
तेरी कृपा से तुझको है पाया,
शिव त्रिलोकों के स्वामी,
मानव दानव के राजा,
शंकर संकट हरना,
शंकर संकट हरना।
सर्पो का हार,
शीश गंगा की धार,
कर में त्रिशूल,
तुम हो वेदों का सार,
बाघंबर तन पर,
करुणा अनंता,
शिव तुम हो सबके नियंता,
शिव त्रिलोको के स्वामी,
मानव दानव के राजा,
शंकर संकट हरना।
शिव त्रिलोकों के स्वामी,
मानव दानव के राजा,
शंकर संकट हरना,
शंकर संकट हरना।
Agam - Shiv Kailasho Ke Wasi Re-Written ft. Abhilipsa Panda | Mahadev New Bhajan
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