इतरा ना ज़िन्दगी पे इसका है क्या भरोसा लिरिक्स Itara Na Jindagi Pe Bhajan Lyrics
इतरा ना ज़िन्दगी पे,
इसका है क्या भरोसा,
पानी का बुलबुला है,
कब छूटे क्या भरोसा।
हर स्वांस तू जपले,
मालिक का नाम दिल से,
जो स्वांस जाए बाहर,
आने का क्या भरोसा,
इतरा ना ज़िन्दगी पे,
इसका है क्या भरोसा,
पानी का बुलबुला है,
कब छूटे क्या भरोसा।
करनी हो भलाई,
कर डालो उसको फौरन,
इसको ना टाल कल पर,
कल का है क्या भरोसा,
इतरा ना ज़िन्दगी पे,
इसका है क्या भरोसा।
पड़ जाए जो मुसीबत,
तकना ना दूसरों को,
हिम्मत से काम लेना,
गैरों का क्या भरोसा,
इतरा ना ज़िन्दगी पे,
इसका है क्या भरोसा।
हर काम को समझ कर,
कर डालो वक़्त पर तुम,
जो वक़्त टल गया तो,
आने का क्या भरोसा,
इतरा ना ज़िन्दगी पे,
इसका है क्या भरोसा।
माया है आनी जानी,
टिकती नहीं कहीं पर,
राजा बने भिखारी,
दौलत का क्या भरोसा,
इतरा ना ज़िन्दगी पे,
इसका है क्या भरोसा।
इतरा ना ज़िन्दगी पे,
इसका है क्या भरोसा,
पानी का बुलबुला है,
कब छूटे क्या भरोसा।
l ITRA NA ZINDAGI PE ISKA HAI KYA BHAROSA l इतराना ज़िन्दगी पे l By Bhakti Sangeet Latest Bhajan 2023
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