कैसे चुकाऊं इन सांसों का मोल रे लिरिक्स Kaise Chukau In Sanso Ka Mol Bhajan Lyrics
दुर्लभ मानुष जीवन है, देह न बारम्बार,
तरुवर ज्यो पत्ती झड़े, बहुरी न लागे डार।
जननी हमको जन्म दे, जन्मभूमि दे मान,
जननी तो पहचान है, जन्मभूमि अभिमान।
कैसे चुकाऊं इन सांसों का मोल रे,
जन्म देने वाले इतना तो बोल रे,
कैसे चुकाऊं इन सांसों का मोल रे,
जन्म देने वाले इतना तो बोल रे।
तेरी कृपा से मिला मुझको ये तन,
जिसमें बसाऊं तुझे दिया है वो मन,
तन की तो खोली आंखे,
मन की भी खोल रे,
जन्म देने वाले इतना तो बोल रे,
कैसे चुकाऊं इन सांसों का मोल रे,
जन्म देने वाले इतना तो बोल रे।
मैंने किया ना कोई दान धर्म,
छल से भरे हैं मेरे सारे कर्म,
नाम भुलाया मैंने,
तेरा अनमोल रे,
जन्म देने वाले इतना तो बोल रे,
कैसे चुकाऊं इन सांसों का मोल रे,
जन्म देने वाले इतना तो बोल रे।
मद में हमेशा रहा मैं चूर चूर,
मंदिरों से भगवन मैं रहा दूर दूर,
किसी से ना बोले,
मैंने दो मीठे बोल रे,
जन्म देने वाले इतना तो बोल रे,
कैसे चुकाऊं इन सांसों का मोल रे,
जन्म देने वाले इतना तो बोल रे।
कैसे चुकाऊं इन सांसों का मोल रे,
जन्म देने वाले इतना तो बोल रे,
कैसे चुकाऊं इन सांसों का मोल रे,
जन्म देने वाले इतना तो बोल रे।
Kaise Chukaou In Saanso Ka Mol Re | Anup Jalota | Soulful Bhajans
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Singer & Music Director : Anup Jalota
Lyrics : Kishan Sharma
Video Credits : Sharad Shangloo (Amil Media)
Lyrics : Kishan Sharma
Video Credits : Sharad Shangloo (Amil Media)
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