कृष्ण भोर हो गई अब तो जागो

कृष्ण भोर हो गई अब तो जागो,
जय जय श्री कृष्णा,
जय जय श्री कृष्णा,
भोर हो गई अब तो जागो,
हे लड्डू गोपाल,
देवकी नंदन यशोदा दुलारे,
हे प्यारे नन्द लाल,
करे हम आरती,
ओ बाँके बिहारी जी,
जय जय श्री कृष्णा,
जय जय श्री कृष्णा।
जब नन्हें सूरज ने अपने,
धीरे से नैन हैं खोले,
हर एक फूल पे इठलाके,
तितली भँवरे से बोले,
क्या बोले,
जय जय श्री कृष्णा,
जय जय श्री कृष्णा,
जब नन्हे सूरज ने अपने,
धीरे से नैन हैं खोले,
हर एक फूल पे इठलाके,
तितली भँवरे से बोले,
प्रभात वंदन पंछी गायें,
बैठ कदंब की डाल,
देवकी नंदन यशोदा दुलारे,
हे प्यारे नन्द लाल,
करे हम आरती,
ओ बाँके बिहारी जी,
जय जय श्री कृष्णा,
जय जय श्री कृष्णा।
बेला चमेली हार बनाकर,
मालिन लेकर आयी,
देख छवि लड्डू गोपाल की,
मंद मंद मुस्कायी,
जय जय श्री कृष्णा,
जय जय श्री कृष्णा,
बेला चमेली हार बनाकर,
मालिन लेकर आयी,
देख छवि लड्डू गोपाल की,
मंद मंद मुस्कायी,
पुष्पों से श्रृंगार करके,
देखें तुम्हें नन्दलाल,
देवकी नंदन यशोदा दुलारे,
हे प्यारे नन्द लाल,
करे हम आरती,
ओ बाँके बिहारी जी,
जय जय श्री कृष्णा,
जय जय श्री कृष्णा।
नन्हें नन्हें सखा तुम्हारे,
देखेँ राह तुम्हारी,
खेलन को सब हैं आतुर,
नन्हे नटखट गिरधारी,
जय जय श्री कृष्णा,
जय जय श्री कृष्णा।
नन्हें नन्हें सखा तुम्हारे,
देखे राह तुम्हारी,
खेलन को सब हैं आतुर,
नन्हे नटखट गिरधारी,
बुला रहे हैं तुम्हें द्वार पे,
नन्हे ग्वाल वाल,
देवकी नंदन यशोदा दुलारे,
हे प्यारे नन्द लाल,
करे हम आरती,
ओ बाँके बिहारी जी,
जय जय श्री कृष्णा,
जय जय श्री कृष्णा।
भोर हो गई अब तो जागो ओ लड्डू गोपाल | Bhor Ho Gai Ab To Jaago O Laddu Gopal | Krishna Bhajan | Bhajan
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Singer: Sangeeta Karjana
Lyrics: Shardul Rathod
Music: Samuel Paul
Music Label: Wings Music
यह मधुर भजन श्रीकृष्ण के प्रति भक्तों की अपार भक्ति और प्रेम को दर्शाता है, जिसमें सुबह की प्रथम किरण के साथ लड्डू गोपाल को जगाने की प्रार्थना की गई है। सूरज की नन्ही किरणों, फूलों, तितलियों, और पंछियों के साथ, भक्तजन श्री कृष्ण के प्रति अपनी भक्ति भाव को व्यक्त करते हैं और उनकी आरती उतारते हैं। भजन में नन्हे बालकों और ग्वालों की उत्सुकता, माली द्वारा लाए गए फूलों से श्रृंगार, और राधा-कृष्ण की लीलाओं की मधुर स्मृतियों का वर्णन है। यह भजन एक सुंदर प्रार्थना है जो भगवान कृष्ण की बाल लीलाओं और उनकी दिव्यता का चित्रण करता है।
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