सावन की रुत है आजा माँ
सावन की रुत है आजा माँ,
तेरा झूला प्यारा घलवाया,
फूल बेला गुलाब बसंती माँ,
रजनीगंधा से सजवाया,
सावन की रुत है आजा माँ।
हो सूरज चंदा तारे,
सेवा में दादी खड़े तेरे आगे,
हो बिंदिया काजल मेहंदी,
तेरे मन को ऐ दादी यहीं भाये,
लाल चुनरिया ओ दादी,
तेरी लाल चुनरिया ओ दादी,
हीरे मोती से जड़वाया,
सावन की रुत है आजा माँ।
होs तीजां रो सिंधारा,
मनास्यां दादी थे चली आओ,
हो भगतां री है ये विनती,
सुनलो ओ दादी थे चली आओ,
लाड करां म्हें ओ दादी,
थारा लाड करां म्हें ओ दादी,
मनचायो सिणगार करवाया,
सावन की रुत है आजा माँ।
हो सावन मस्त महीना,
मेरी दादी बस इकबार ही आये,
होsझूला ना झुलायें,
मेरी दादी दिल की दिल में रह जाए,
रुत ये सुहानी ओ दादी,
है रुत ये सुहानी ओ दादी,
भक्तों का मन है हर्षाया,
सावन की रुत है आजा माँ।
हो हम तो हैं केडवाले,
तेरी सेवा में दादी हैं लग जायें,
हो तेरी शरण में दादी,
रहे मधु यहीं हरपल है चाहे,
जन्मों जन्म तक ओ दादी,
फिर जन्मों जन्म तक ओ दादी,
तेरी भक्ति के रंग में रंग जास्यां,
सावन की रुत है आजा माँ।
||Saavan Ki Rutt Hai Aaja Maa||सावन की रुत||saawan Special||Jhula Bhajan||Madhu Kedia|| 2022
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Bhajan- Saavan Ki Rutt Hai Aaja Maa, Tera Jhula Pyaara Ghalwaya
Singer & Lyricist- Madhu Kedia
Category: Saavan special Kedsati dadi bhajan
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