आनंद ही आनंद आता है जब हरि से लिरिक्स Aanand Hi Aanand Aata Hai Bhajan Lyrics
आनंद ही आनंद आता है,
जब हरि से तार जुड़ जाता है,
आनंद ही आनंद आता है,
जब हरि से तार जुड़ जाता है,
जब हरि से तार जुड़ जाता है,
फिर कुछ ना मन को भाता है।
ये तार जुड़ा था मीरा का,
राणा ने जहर का प्याला दिया,
विष भी अमृत बन जाता है,
जब हरि से तार जुड़ जाता है,
फिर कुछ ना मन को भाता है।
ये तार जुड़ा था द्रोपदी का,
जब सभा बीच में चीर हरा,
साड़ी का ढेर लग जाता है,
जब हरि से तार जुड़ जाता है,
फिर कुछ ना मन को भाता है।
ये तार जुड़ा था सुदामा का,
जब चावल का भोग लगाया था,
कुटिया का महल बन जाता है,
जब हरि से तार जुड़ जाता है,
फिर कुछ ना मन को भाता है।
ये तार जुड़ा था भीलनी का,
जंगल में दर्श कराया था,
हरि नंगे पैरों आता है,
जब हरि से तार जुड़ जाता है,
फिर कुछ ना मन को भाता है।
आनंद ही आनंद आता है,
जब हरि से तार जुड़ जाता है,
आनंद ही आनंद आता है,
जब हरि से तार जुड़ जाता है,
जब हरि से तार जुड़ जाता है,
फिर कुछ ना मन को भाता है।
कृष्ण भजन | आनंद ही आनंद आता है जब हरी से तार जुड़ जाता है | Krishna Bhajan (Singer - Rekha Garg)
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■ Title ▹ Aanand Hi Aanand Aata Hai Jab Hari Se Taar Jud Jata Hai
■ Artist ▹ Ritu
■ Singer ▹ Rekha Garg
■ Music ▹ Kuldeep Mali Aala
■ Keyboard Player ▹Sachin Kamal
■ Lyrics & Composer ▹ Traditional
■ Song Production Support ▹ Rajesh Madina
■ Editing ▹ Max Ranga
■ Cameraman ▹ Gulshan Bawa
■ Label ▹ Geet Mithas
■ Artist ▹ Ritu
■ Singer ▹ Rekha Garg
■ Music ▹ Kuldeep Mali Aala
■ Keyboard Player ▹Sachin Kamal
■ Lyrics & Composer ▹ Traditional
■ Song Production Support ▹ Rajesh Madina
■ Editing ▹ Max Ranga
■ Cameraman ▹ Gulshan Bawa
■ Label ▹ Geet Mithas
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