ध्वजा बंद म्हारी बात लिरिक्स Dhwaja Band Mhari Baat Bhajan Lyrics
ध्वजा बंद म्हारी बात लिरिक्स Dhwaja Band Mhari Baat Bhajan Lyrics
ध्वजा बंद म्हारी बात,
छाणी कोनी थारे से,
चुप क्यों बैठ्या बाबा,
बात करो म्हारे से।
रूणिचे का नाथ बाबा,
हेलो म्हारो साम्भलो,
भगतां न देखो बाबा,
थारो ही आसरो,
बिसरावे मत बाबा,
आस लागी थारे से,
चुप क्यों बैठ्या बाबा,
बात करो म्हारे से।
आंधलिया न आंख बाबा,
पांगलिया न पाव दे,
बांझड़िया ने बालक देवे,
निर्धनिया न माल दे,
पर्चा में परचा देवे,
यो ही थारो काम रे,
चुप क्यों बैठ्या बाबा,
बात करो म्हारे से।
मक्का सु जद पीर थाने,
जांचण आ गया,
देख बर्तन सामी पीरा,
मन में लुभा गया,
पीरा का थे पीर बाबा,
रामदेव कहाओ रे,
चुप क्यों बैठ्या बाबा,
बात करो म्हारे से।
बहते न पर्चो दीनो,
डूबत जहाज तिराई दी,
कपड़े रो घोड़ो बाबा,
आकासा उड़ायो जी,
देवा रा थे देव कहिजो,
भगतां हितकारी जी,
चुप क्यों बैठ्या बाबा,
बात करो म्हारे से।
जगा जगा रा दर्शन करने,
आवे थारे यात्री,
दास गोपालो बाबा,
गुण थारा गावे जी,
सुर ताल और ज्ञान,
दे दो बाबा म्हाने रे,
चुप क्यों बैठ्या बाबा,
बात करो म्हारे से।
ध्वजा बंद म्हारी बात,
छाणी कोनी थारे से,
चुप क्यों बैठ्या बाबा,
बात करो म्हारे से।
ध्वजाबंद म्हारी बात छानी कोणी थारे से!Dinanath mhari bat. दीनानाथ म्हारी बात. Gopalsoni!Juuma jagrn
ऐसे ही अन्य भजनों के लिए आप होम पेज / गायक कलाकार के अनुसार भजनों को ढूंढें.
पसंदीदा गायकों के भजन खोजने के लिए यहाँ क्लिक करें।
आपको ये पोस्ट पसंद आ सकती हैं