ओ भोले चढ़े दूध की धार लिरिक्स
ओ भोले चढ़े दूध की धार,
ओ भोले चढ़े दूध की धार,
घनन घनन घन घंटा बाजे,
आये भक्त अपार,
ओ भोले चढ़े दूध की धार।
भागीरथ जब गंगा लाये,
को साधेगो मन घबराए,
भागीरथ जब गंगा लाये,
को साधेगो मन घबराए,
शिव शंकर ने गंगा मां को,
जटा में लियो धार,
ओ भोले चढ़े दूध की धार।
देख हलाहल सब घबराये,
पीकर नीलकंठ कहलाये,
निकाला जहर समुद्र मंथन से,
कंठ लिया है धार,
ओ भोले चढ़े दूध की धार।
शिव की बात को समझ ना पाई,
दक्ष सभा में सही बुराई,
सती यज्ञ में भस्म हुई तब,
बही खून की धार,
ओ भोले चढ़े दूध की धार।
अपना जीवन सफल बना लो,
सच्चे मन से शिव को मना लो,
शिव शंकर भोले अविनाशी,
जीवन का आधार,
ओ भोले चढ़े दूध की धार।
ओ भोले चढ़े दूध की धार,
ओ भोले चढ़े दूध की धार,
घनन घनन घन घंटा बाजे,
आये भक्त अपार,
ओ भोले चढ़े दूध की धार।
ओ भोले चढ़े दूध की धार | o bhole chadhe doodh ki dhar | shiv Bholenath Song 2024 @MangalGeet111
ऐसे ही अन्य भजनों के लिए आप होम पेज / गायक कलाकार के अनुसार भजनों को ढूंढें.
पसंदीदा गायकों के भजन खोजने के लिए यहाँ क्लिक करें।
◆Title :- o bhole chadhe doodh ki dhar
◆Lyrics :- Yagesh Rajput
◆Composer : - Traditional
◆Edit Video :- Dharmendra Rajput
आपको ये पोस्ट पसंद आ सकती हैं