(मुखड़ा) झुंझुनू वाली दादी, ममता की मूरत है, सारे जग से, दादी माँ, तेरी प्यारी सूरत है, झुंझुनू वाली दादी, ममता की मूरत है।।
(अंतरा) जिसने जो भी माँगा, दादी, तुमसे पाया, हर पल रहती, दादी, तेरी ममता की छाया, हर जनम में, दादी माँ, हमें तेरी ज़रूरत है, झुंझुनू वाली दादी, ममता की मूरत है।।
हे अमर सुहागन माँ, जग की सेठानी है, हम दीन-दुखी दर के, तू जग धनियाणी है, तुझसे ही सृष्टि माँ, ये सारी कुदरत है, झुंझुनू वाली दादी, ममता की मूरत है।।
श्रृंगार की शोभा माँ, लगती बड़ी प्यारी है, सर पे चुनरी, हाथों में, मेहंदी की लाली है, 'कुंदन' कहे, दादी से, तू संसार की पूरक है, झुंझुनू वाली दादी, ममता की मूरत है।।
(अंतिम पुनरावृत्ति) झुंझुनू वाली दादी, ममता की मूरत है, सारे जग से, दादी माँ, तेरी प्यारी सूरत है, झुंझुनू वाली दादी, ममता की मूरत है।।
ममता की मूरत MAMTA KI MURAT || NEW DEVI BHAJAN 2021 || KUNDAN MISHRA
❖SONG : ममता की मूरत MAMTA KI MURAT ❖SINGER : KUNDAN MISHRA ❖CREATIVE & LYRICIST : SURESH DADHICH ❖MUSIC : SPM ❖VIDEO : LANGOTIYAZZ LAB