गौरी सुत गणराज आज मोरी नैया पार भजन Gouri Sut Mori Naiya Ganraj Bhajan

गौरी सुत गणराज आज मोरी नैया पार भजन Gouri Sut Mori Naiya Ganraj Bhajan


गौरी सुत गणराज आज मोरी नैया पार भजन Gouri Sut Mori Naiya Ganraj Bhajan

गौरी सुत गणराज आज,
मोरी नैया पार लगा देना।।

सबसे पहले थाने सिमरु,
प्रथम निमंत्रण आप ने देऊ,
भव से पार लगा देना,
मोरी बिगड़ी बात बना देना।।

ब्रह्मा भी आओ विष्णु भी आओ,
लक्ष्मी मां संग में ले आना,
नैया पार लगा देना,
मोरी बिगड़ी बात बना देना।।

कैलासा से शिवजी आओ,
गोरा मां संग लेकर आना,
नैया पार लगा देना,
मोरी बिगड़ी बात बना देना।।

राम जी भी आओ लक्ष्मण आओ,
सीता सती संग लेकर आना,
नैया पार लगा देना,
मोरी बिगड़ी बात बना देना।।

तानसेन गणपति गुण गावे,
भूल्या ने राह बताओ ला,
भव से पार लगा देना,
मोरी बिगड़ी बात बना देना।।

गौरी सुत गणराज आज,
मोरी नैया पार लगा देना।।


गौरी सुत गणराज आज मोरी नैया पार लगा देना। गायक कमल सैनी  surnidhi


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Hinglish Transliteration:

Gauri Sut Ganraj Aaj,
Mori Naiya Paar Laga Dena..

Sabse Pehle Thane Simru,
Pratham Nimantran Aap Ne Deu,
Bhav Se Paar Laga Dena,
Mori Bigdi Baat Bana Dena..

Brahma Bhi Aao Vishnu Bhi Aao,
Lakshmi Maa Sang Me Le Aana,
Naiya Paar Laga Dena,
Mori Bigdi Baat Bana Dena..

Kailasa Se Shivji Aao,
Gora Maa Sang Lekar Aana,
Naiya Paar Laga Dena,
Mori Bigdi Baat Bana Dena..

Ram Ji Bhi Aao Lakshman Aao,
Sita Sati Sang Lekar Aana,
Naiya Paar Laga Dena,
Mori Bigdi Baat Bana Dena..

Tansen Ganpati Gun Gaave,
Bhoolya Ne Raah Batao La,
Bhav Se Paar Laga Dena,
Mori Bigdi Baat Bana Dena..

Gauri Sut Ganraj Aaj,
Mori Naiya Paar Laga Dena..
 
Gouri Sut Mori Naiya Ganraj Bhajan

 

गौरिसुत गणेश की पूजा सर्वप्रथम क्यों की जाती है ? 

भगवान श्री गणेश प्रथम पूजनीय हैं उन्हें "विघ्नहर्ता" और "सिद्धि विनायक" कहते हैं जो शुभ कार्यों के प्रणेता हैं। भगवान गणेश सभी प्रकार की बाधाओं को दूर करते हैं और कार्यों को सफल बनाते हैं। किसी भी शुभ कार्य, पूजा, या अनुष्ठान की शुरुआत में उनकी पूजा इसलिए की जाती है ताकि वह कार्य बिना किसी रुकावट के पूरा हो सके। जब भी कोई कार्य प्रारंभ किया जाता है, तो गणेश जी की आराधना से सभी विघ्नों का नाश होता है और उस कार्य में सफलता प्राप्त होती है। साथ ही, भगवान गणेश को बुद्धि और ज्ञान के देवता भी माना जाता है, जिससे वह भक्तों को सही मार्गदर्शन और बुद्धिमत्ता प्रदान करते हैं।

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