मैं लाल तेरा हूं मां अम्बे चौखट पे तेरी आया
मैं लाल तेरा हूं मां अम्बे चौखट पे तेरी आया हूं भजन
मैं लाल तेरा हूं मां अम्बे,
चौखट पे तेरी आया हूं,
अपनी तेरी दिल की बातें,
कुछ कहने सुनने आया हूं,
मैं लाल तेरा हूं मां अम्बे,
चौखट पे तेरी आया हूं।
तू पतित पावनी मां अम्बे,
हर प्राणी का उद्धार करे,
मैं पापी हूं इतना कितना,
क्यों मैया सोच विचार करे,
अब कृपा करेगी जगदम्बे,
बस यही पूछने आया हूं,
मैं लाल तेरा हूं मां अम्बे,
चौखट पे तेरी आया हूं।
तू कृपा निधि करुणा सिंधु,
हर जीव पे दया दिखाए तू,
पाषाण भी पावन बन जाए,
गर चरणों से लगाए तू,
क्यों देर करे मैया मेरी,
मैं कृपा मांगने आया हूं,
मैं लाल तेरा हूं मां अम्बे,
चौखट पे तेरी आया हूं।
तेरी शक्ति अपरम्पार है मां,
तू सकल सृष्टि आधार है मां,
बिगड़ी सबकी तू सवारे मां,
गुण गाता सब संसार है मां,
मेरी बिगड़ी तुम ही संवारोगी,
यही आस मैं लेकर आया हूं,
मैं लाल तेरा हूं मां अम्बे,
चौखट पे तेरी आया हूं।
तू है अन्तर्यामी मात मेरी,
तूने सबके कष्ट हरे,
मैं बालक हूं तेरा कैसा,
जीवन में मेरे कष्ट भरे,
दर दर की ठोकर खाकर मैं,
अब तेरे दर पर आया हूं,
मैं लाल तेरा हूं मां अम्बे,
चौखट पे तेरी आया हूं।
तेरा वरद्हस्त्र है वर देता,
तू अपनी बाहें फैलाए खड़ी,
जो संकट में तुझे पुकारे मां,
तूने उसकी मैया बांह पकड़ी,
दर पे कब किसको बुलाती हो,
यही बात समझने आया हूं,
मैं लाल तेरा हूं मां अम्बे,
चौखट पे तेरी आया हूं।
मैं लाल तेरा हूं मां अम्बे,
चौखट पे तेरी आया हूं,
अपनी तेरी दिल की बातें,
कुछ कहने सुनने आया हूं,
जय जय अम्बे मां।
चौखट पे तेरी आया हूं,
अपनी तेरी दिल की बातें,
कुछ कहने सुनने आया हूं,
मैं लाल तेरा हूं मां अम्बे,
चौखट पे तेरी आया हूं।
तू पतित पावनी मां अम्बे,
हर प्राणी का उद्धार करे,
मैं पापी हूं इतना कितना,
क्यों मैया सोच विचार करे,
अब कृपा करेगी जगदम्बे,
बस यही पूछने आया हूं,
मैं लाल तेरा हूं मां अम्बे,
चौखट पे तेरी आया हूं।
तू कृपा निधि करुणा सिंधु,
हर जीव पे दया दिखाए तू,
पाषाण भी पावन बन जाए,
गर चरणों से लगाए तू,
क्यों देर करे मैया मेरी,
मैं कृपा मांगने आया हूं,
मैं लाल तेरा हूं मां अम्बे,
चौखट पे तेरी आया हूं।
तेरी शक्ति अपरम्पार है मां,
तू सकल सृष्टि आधार है मां,
बिगड़ी सबकी तू सवारे मां,
गुण गाता सब संसार है मां,
मेरी बिगड़ी तुम ही संवारोगी,
यही आस मैं लेकर आया हूं,
मैं लाल तेरा हूं मां अम्बे,
चौखट पे तेरी आया हूं।
तू है अन्तर्यामी मात मेरी,
तूने सबके कष्ट हरे,
मैं बालक हूं तेरा कैसा,
जीवन में मेरे कष्ट भरे,
दर दर की ठोकर खाकर मैं,
अब तेरे दर पर आया हूं,
मैं लाल तेरा हूं मां अम्बे,
चौखट पे तेरी आया हूं।
तेरा वरद्हस्त्र है वर देता,
तू अपनी बाहें फैलाए खड़ी,
जो संकट में तुझे पुकारे मां,
तूने उसकी मैया बांह पकड़ी,
दर पे कब किसको बुलाती हो,
यही बात समझने आया हूं,
मैं लाल तेरा हूं मां अम्बे,
चौखट पे तेरी आया हूं।
मैं लाल तेरा हूं मां अम्बे,
चौखट पे तेरी आया हूं,
अपनी तेरी दिल की बातें,
कुछ कहने सुनने आया हूं,
जय जय अम्बे मां।
इस भजन में मां अम्बे के लिए समर्पण और भक्ति की भावना को व्यक्त किया गया है। हम अपनी गलतियों को स्वीकार करते हुए मां से कृपा और मार्गदर्शन की प्रार्थना करते हैं। यह भजन मां अम्बे के प्रति अटूट श्रद्धा और उनके बिना जीवन की अधूरी यात्रा को बताता है। मां की चौखट पर आकर हम अपने हृदय की बातों को कहने सुनने की इच्छा करते हैं और मां से अपने पापों को क्षमा करने की प्रार्थना करता है।
Mai Lal Tera Hun Maa Ambe Chokhat Pe Teri Aaya Hu jaivaishnodevi
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Author - Saroj Jangir
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