कान्हाँ हठ को हठीलों रंग डार गयो भजन
कान्हाँ हठ को हठीलों रंग डार गयो री भजन भर पिचकारी बिहारी, डारी माँर गयो री, कान्हाँ हठ को हठीलों, रंग डार गयो री, कर बरजोरी ये बहियाँ मरो...
कान्हाँ हठ को हठीलों रंग डार गयो री भजन भर पिचकारी बिहारी, डारी माँर गयो री, कान्हाँ हठ को हठीलों, रंग डार गयो री, कर बरजोरी ये बहियाँ मरो...