श्याम सरकार सुनो यूं ना अनजान बनो
श्याम सरकार सुनो यूं ना अनजान बनो
श्याम सरकार सुनो,यूं ना अनजान बनो,
फेरो ना तुम यूं नजर,
बैठे हैं हम भी इधर,
श्याम सरकार सुनो,
यूं ना अनजान बनो।
देख किस्मत के हम तो मारे हैं,
बाबा दुखड़ों से लड़ के हारे हैं,
हम किसे जा सुनाएं अफसाना,
थक चुका सांवरे ये दीवाना,
श्याम सरकार सुनो,
यूं ना अनजान बनो।
हर्ष पापों का फल मैं भोग रहा,
चल रहा लेके दुःख बोझ सदा,
यूं ना जाऊंगा आज मैं दर से,
मैं तो जीता रहा हूं मर मर के,
श्याम सरकार सुनो,
यूं ना अनजान बनो।
हम श्याम सरकार से विनती करते हैं कि वे हमारी पीड़ा को समझें और हमें अनदेखा ना करें। हम अपने दुखों और संघर्षों को साझा करते करते जीवन में कष्टों से जूझते जूझते थक चुके हैं। पापों के फल भोगते हुए भी हम प्रभु के दरबार में आशा लेकर आयें हैं। हम भगवान से कृपा की याचना करते हैं कि वे हमारी पीड़ा का अंत करें। जय श्री श्याम।
Shyam Sarkar Suno | Khatu Shyam Bhajan | श्याम सरकार सुनो | यूँ ना अनजान बनो | Vikash Kapoor
Song: Shyam Sarkar Suno
Singer: Vikash Kapoor
Lyricist: Vinod Agarwal (Harsh)
Composer: Vikash Kapoor
Video: Vaishnavi Creations
"सुनो, यूं ना अनजान बनो" में वह प्रेम भरी शिकायत है, जो श्याम से उनकी नजरें फेरने की नादानी को छोड़ अपनी ओर देखने की गुहार लगाती है। दुखों से हारा हुआ मन, किस्मत का मारा यह दीवाना अपने अफसाने को श्याम के चरणों में रखना चाहता है, मानो उनके सिवा कोई सहारा न हो। पापों का बोझ ढोते हुए, मर-मर के जीने की पीड़ा के बीच भी दर छोड़ने को तैयार न होना उस अडिग विश्वास को दिखाता है, जो श्याम की कृपा पर टिका है। यह सारी भावना प्रेम, दर्द और शरणागति का एक गहरा मेल है।
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