सारे जग की महारानी हो जगदम्बे शेरावाली

सारे जग की महारानी हो जगदम्बे शेरावाली

(मुखड़ा)
सारे जग की महारानी हो,
जगदंबे शेरावाली हो,
चाहो तो सूखी बगिया में,
तुम कर देती खुशहाली हो।।

(अंतरा)
दुख जीवन के हैं जो सारे,
पल भर में दूर भगाती हो,
जन्मों-जन्मों से सोई हुई,
किस्मत के भाग्य जगाती हो,
निर्धन हो या हो रंक कोई,
करती सबकी रखवाली हो,
चाहो तो सूखी बगिया में,
तुम कर देती खुशहाली हो।।

मेरी मैया है फूल बहारों का,
मेरी मैया है नूर नजारों का,
मेरी मैया के जैसी कोई मैया नहीं,
बिना इसके कहीं भी मुझे रहना नहीं,
जैसे है चाँद सितारों में,
मेरी मैया है एक हजारों में,
हम जैसे भोले-भालों की,
ये मैया तो है जगवालों की,
ये मैया तो है जगवालों की।।

कलयुग में माँ का नाम चले,
सारी दुनिया को तारे है,
पापी भी माँ का नाम जपे,
बन जाते माँ के प्यारे हैं,
जगजननी करुणामयी अंबे,
संकट को मिटाने वाली हो।।

हम भी हैं तुम्हारे ही बच्चे,
पग-पग पर दिया सहारा है,
जीवन भी हवाले है तेरे,
सब कुछ तुम ही पे वारा है,
चरणों में तेरे आ बैठे,
भक्तों की सुनने वाली हो।।

(पुनरावृति)
सारे जग की महारानी हो,
जगदंबे शेरावाली हो,
चाहो तो सूखी बगिया में,
तुम कर देती खुशहाली हो।।
 


सारे जग की महारानी हो फिल्मी तर्ज में भजन|sare Jag ki maharani ho filmi tarj me bhajan माँ दुःखों को हरने वाली, किस्मत को जगाने वाली और भक्तों को सहारा देने वाली हैं। माँ के नाम की महिमा कलयुग में भी सर्वोपरि है, जो पापियों को भी सुधरने का अवसर देती है। भक्त माँ के चरणों में समर्पित होकर सुख-शांति की कामना करते हैं।

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