बिगड़ी बनाने आजा एक बार मेरी मैया भजन
(मुखड़ा)
फूलों से सजाया है,
दरबार मेरी मैया,
बिगड़ी बनाने आजा,
एक बार मेरी मैया।।
(अंतरा)
माँ के दरबार में जो,
भक्त सर झुकाते हैं,
वो रोते-रोते आते,
हँसते हुए जाते हैं,
तेरे चरण से जिंदगी,
उजियार मेरी मैया,
बिगड़ी बनाने आजा,
एक बार मेरी मैया।।
माँ के दरबार में जो,
सच्चे मन से आते हैं,
माँ के दरबार में जो,
हाज़िरी लगाते हैं,
कर दे करम तू मुझ पर,
एक बार मेरी मैया,
बिगड़ी बनाने आजा,
एक बार मेरी मैया।।
(पुनरावृति)
फूलों से सजाया है,
दरबार मेरी मैया,
बिगड़ी बनाने आजा,
एक बार मेरी मैया।।
बिगड़ी बनाने आजा एक बार मेरी मैया || जुली सिंह का यह भजन सुनकर झूम जायेंगे || Bhakti Song 2020