घूँघट के पट खोल रे तोहे पिया मिलेंगे
घूँघट के पट खोल रे तोहे पिया मिलेंगे
घूँघट के पट खोल रे,
तोहे पिया मिलेंगे।
घट घट मै तेरे साईं बसत है,
कटुक बचन मत बोल रे।
घूँघट के पट खोल रे,
तोहे पिया मिलेंगे।
धन जोबन का गरब ना कीजे,
झूठा इन का मोल
घूँघट के पट खोल रे,
तोहे पिया मिलेंगे।
जाग यतन से रंग महल में,
पिया पायो अनमोल।
घूँघट के पट खोल रे,
तोहे पिया मिलेंगे।
सूने मंदिर, दिया जला के,
आसन से मत डोल।
घूँघट के पट खोल रे,
तोहे पिया मिलेंगे।
कहत कबीर सुनो भाई साधों,
अनहद बाजत ढोल।
घूँघट के पट खोल रे,
तोहे पिया मिलेंगे।
तोहे पिया मिलेंगे।
घट घट मै तेरे साईं बसत है,
कटुक बचन मत बोल रे।
घूँघट के पट खोल रे,
तोहे पिया मिलेंगे।
धन जोबन का गरब ना कीजे,
झूठा इन का मोल
घूँघट के पट खोल रे,
तोहे पिया मिलेंगे।
जाग यतन से रंग महल में,
पिया पायो अनमोल।
घूँघट के पट खोल रे,
तोहे पिया मिलेंगे।
सूने मंदिर, दिया जला के,
आसन से मत डोल।
घूँघट के पट खोल रे,
तोहे पिया मिलेंगे।
कहत कबीर सुनो भाई साधों,
अनहद बाजत ढोल।
घूँघट के पट खोल रे,
तोहे पिया मिलेंगे।
घूंघट के पट खोल रे तोहे पीया मिलेंगे.. Jogan 1950_Geeta Dutt_Meera Bai_Bilo C Rani..a tribute
Ghoonghat Ke Pat Khol Re,
Tohe Piya Milenge.
Ghat Ghat Mai Tere Saeen Basat Hai,
Katuk Bachan Mat Bol Re.
Ghoonghat Ke Pat Khol Re,
Tohe Piya Milenge.
Tohe Piya Milenge.
Ghat Ghat Mai Tere Saeen Basat Hai,
Katuk Bachan Mat Bol Re.
Ghoonghat Ke Pat Khol Re,
Tohe Piya Milenge.
मन का घूंघट हटाओ, तो प्रभु का साक्षात्कार हो। वह हर हृदय में बसता है, बस कटु वचनों का परदा हटाकर उसे देखो। जैसे चंदन की सुगंध पास ही होती है, वही साईं तुममें समाया है।
धन और यौवन का गर्व छोड़ दो, ये झूठे सौदे हैं, जो पल में बिखर जाते हैं। सच्चा धन तो प्रभु का प्रेम है। जागकर, मन के रंगमहल में उनकी खोज करो, वह अनमोल रत्न वहीं मिलेगा।
सूने मन-मंदिर में भक्ति का दीप जलाओ, ध्यान में स्थिर रहो। संत कहते हैं, अडिग मन से प्रभु की धुन सुनो, जो अनहद नाद-सी गूंजती है। चिंतक देखता है, यह जीवन तभी सार्थक है, जब माया का घूंघट हटे। धर्मगुरु सिखाते हैं, कबीर की वाणी मानो—मन को शुद्ध कर, प्रभु के चरणों में लीन हो, तो वह सदा साथ है। घूंघट खोल, प्रियतम के दर्शन कर, क्योंकि सच्चाई का रास्ता यही है।
धन और यौवन का गर्व छोड़ दो, ये झूठे सौदे हैं, जो पल में बिखर जाते हैं। सच्चा धन तो प्रभु का प्रेम है। जागकर, मन के रंगमहल में उनकी खोज करो, वह अनमोल रत्न वहीं मिलेगा।
सूने मन-मंदिर में भक्ति का दीप जलाओ, ध्यान में स्थिर रहो। संत कहते हैं, अडिग मन से प्रभु की धुन सुनो, जो अनहद नाद-सी गूंजती है। चिंतक देखता है, यह जीवन तभी सार्थक है, जब माया का घूंघट हटे। धर्मगुरु सिखाते हैं, कबीर की वाणी मानो—मन को शुद्ध कर, प्रभु के चरणों में लीन हो, तो वह सदा साथ है। घूंघट खोल, प्रियतम के दर्शन कर, क्योंकि सच्चाई का रास्ता यही है।
Film : Jogan ,1950,
Singer: Geeta Dutt,
Lyricist: Kidar Nath Sharma,
Music Director: Bulo C Rani,
Director:Kidar Sharma,
Producer: Chandu Lal Shah,
Singer: Geeta Dutt,
Lyricist: Kidar Nath Sharma,
Music Director: Bulo C Rani,
Director:Kidar Sharma,
Producer: Chandu Lal Shah,
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Author - Saroj Jangir
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