मांगे मोसे चन्द्र खिलौना भजन
नाहक नैनं नीर बहावे,गायक : Baljit Singh Ji
मेरे धो रे तनक न आवे,
खाना पीना छोड दिया न.
चोर खजानऐ लूटो,
कन्हैया मेरो ऐसी ज़िद कर बैठो,
लल्ला मेरो ऐसी ज़िद कर बैठो,
श्रेणी : कृष्ण भजन Krishna Bhajan
मांगे मोसे चन्द्र खिलौना भजन
डोले रूठो रूठो,
कन्हैया मेरो ऐसी ज़िद कर बैठो,
लल्ला मेरो ऐसी ज़िद कर बैठो,
अरी बार बार समझाय के हारी,
एसो ज़ीदी है री बनवारी,
बात सुने न मेरी कोई,
मन को धीरज टूटो,
कन्हैया मेरो ऐसी ज़िद कर बैठो,
लल्ला मेरो ऐसी ज़िद कर बैठो,
नाहक नैनं नीर बहावे,
मेरे धो रे तनक न आवे,
खाना पीना छोड दिया न.
चोर खजानऐ लूटो,
कन्हैया मेरो ऐसी ज़िद कर बैठो,
लल्ला मेरो ऐसी ज़िद कर बैठो,
छूटो सत बलजीत दास को,
ना है भरोसो मेरी बात को,
सो झोठो की झूठ कहे मुझे,
दोश लगावे झूठो,
कन्हैया मेरो ऐसी ज़िद कर बैठो,
लल्ला मेरो ऐसी ज़िद कर बैठो,
New Shyam Bhajan | मांगे मोसे चन्द्र खिलौना - Mange Mose Chandra Khilona | Baljeet Singh
Dole Rootho Rootho,
Kanhaiya Mero Aisee Zid Kar Baitho,
Lalla Mero Aisee Zid Kar Baitho,
Album - Mange Mose Chandra Khilona
Song - Mange Mose Chandra Khilona
Singer - Baljeet Singh
Music - Raju Chauhan
Lyrics - Baljeet Singh
कन्हैया की ज़िद ने यशोदा का मन मोह लिया, पर थकाया भी। चाँद का खिलौना माँगता है, रूठकर बैठ जाता है—ऐसा नटखट लल्ला! बार-बार समझाने पर भी न माने, बनवारी की ज़िद न टूटे। यशोदा का धैरज जवाब देता है, पर प्रेम में हार कहाँ?
आँखों से आँसू बहते हैं, पर कन्हैया को तनिक न तरस। खाना-पीना छोड़, बस चाँद ही चाहिए—जैसे खजाना लुटाने को तैयार हो। बलजीत कहता है, मेरी बात पर भरोसा न करे, झूठ का दोष भी मुझपर लगाए। पर यह कन्हैया की लीला है—ज़िद में भी प्रेम, रूठने में भी प्यार। यशोदा का मन बस उसी में डूबा है, जैसे माँ की हर साँस अपने लाल के लिए हो।
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Author - Saroj Jangir
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