चोरी कर तो डोले श्याम भजन
जो मै पकरन याकूं भाजी,श्रेणी : कृष्ण भजन Krishna Bhajan
बैया पकर झकझोरै,
श्याम मोते सूधो न बोले,
छोडूं गांव तेरो बृजरानी,
तुमते सांची बोलैं,
श्याम मोते सूधो न बोले
चोरी कर तो डोले,
श्याम मोते सूधो ना बोले,
गायक : Umesh Sanwara Ji
चोरी कर तो डोले श्याम भजन
चोरी कर तो डोले श्याम मोते सूधो ना बोले,
सूधो ना बोले, श्याम मोते सूधो ना बोले,
चोरी कर तो डोले श्याम मोते सूधो ना बोले,
जब ही देख ले सोनी बाखर,
घर की सांकर खोलें,
श्याम मोते सूधो न बोले,
चोरी कर तो डोले,
श्याम मोते सूधो ना बोले,
ग्वाल बाल ले घर में आवे,
माखन माट टटोलै,
श्याम मोते सूधो न बोले,
दधि मेरो खाय मटुकिया फोरै,
रस में बिष कूं घोरै,
श्याम मोते सूधो न बोले,
चोरी कर तो डोले,
श्याम मोते सूधो ना बोले,
जो मै पकरन याकूं भाजी,
बैया पकर झकझोरै,
श्याम मोते सूधो न बोले,
छोडूं गांव तेरो बृजरानी,
तुमते सांची बोलैं,
श्याम मोते सूधो न बोले
चोरी कर तो डोले,
श्याम मोते सूधो ना बोले,
नारायण नटखट नदनन्दन,
कहा जाने प्रीत की मोलै,
श्याम मोते सूधो न बोले
चोरी कर तो डोले,
श्याम मोते सूधो ना बोले,
सूधो ना बोले, श्याम मोते सूधो ना बोले,
चोरी कर तो डोले श्याम मोते सूधो ना बोले,
जब ही देख ले सोनी बाखर,
घर की सांकर खोलें,
श्याम मोते सूधो न बोले,
चोरी कर तो डोले,
श्याम मोते सूधो ना बोले,
ग्वाल बाल ले घर में आवे,
माखन माट टटोलै,
श्याम मोते सूधो न बोले,
दधि मेरो खाय मटुकिया फोरै,
रस में बिष कूं घोरै,
श्याम मोते सूधो न बोले,
चोरी कर तो डोले,
श्याम मोते सूधो ना बोले,
जो मै पकरन याकूं भाजी,
बैया पकर झकझोरै,
श्याम मोते सूधो न बोले,
छोडूं गांव तेरो बृजरानी,
तुमते सांची बोलैं,
श्याम मोते सूधो न बोले
चोरी कर तो डोले,
श्याम मोते सूधो ना बोले,
नारायण नटखट नदनन्दन,
कहा जाने प्रीत की मोलै,
श्याम मोते सूधो न बोले
चोरी कर तो डोले,
श्याम मोते सूधो ना बोले,
चोरी करतो डोले श्याम मोसे न बोले II umesh saanwara II
Choree Kar To Dole Shyaam Mote Soodho Na Bole,
Soodho Na Bole, Shyaam Mote Soodho Na Bole,
Choree Kar To Dole Shyaam Mote Soodho Na Bole,
Jab Hee Dekh Le Sonee Baakhar,
Ghar Kee Saankar Kholen,
Shyaam Mote Soodho Na Bole,
Choree Kar To Dole,
Shyaam Mote Soodho Na Bole,
Soodho Na Bole, Shyaam Mote Soodho Na Bole,
Choree Kar To Dole Shyaam Mote Soodho Na Bole,
Jab Hee Dekh Le Sonee Baakhar,
Ghar Kee Saankar Kholen,
Shyaam Mote Soodho Na Bole,
Choree Kar To Dole,
Shyaam Mote Soodho Na Bole,
श्याम की नटखट चोरी यशोदा का मन मोह लेती है, पर गुस्सा भी दिलाती है। माखन चुराकर भागता है, फिर भी सच्ची बात न बोले। गोकुल की गलियों में ग्वाल-बाल संग घर में घुसे, मटकी टटोली, दही खाया, मटकी फोड़ी—और विष को भी रस में घोल दिया। पर जब पकड़ने जाओ, तो बाइयाँ पकड़ झकझोर दे, जैसे कहे, "मैया, मुझसे क्या छुपे?"
यशोदा कहती है, "बृज छोड़ दूँगी," पर श्याम बस मुस्कुराए। नारायण, नटखट नंदन, प्रीत का मोल क्या जाने? उसकी चोरी, उसकी शरारत—सब प्रेम की लीला। यशोदा का गुस्सा भी प्यार में पिघल जाता है, जैसे सूरज की किरण बर्फ को गलाए। श्याम की हर अदा मन को बाँध लेती है, फिर चाहे वह सच्चा बोले या न बोले।
यशोदा कहती है, "बृज छोड़ दूँगी," पर श्याम बस मुस्कुराए। नारायण, नटखट नंदन, प्रीत का मोल क्या जाने? उसकी चोरी, उसकी शरारत—सब प्रेम की लीला। यशोदा का गुस्सा भी प्यार में पिघल जाता है, जैसे सूरज की किरण बर्फ को गलाए। श्याम की हर अदा मन को बाँध लेती है, फिर चाहे वह सच्चा बोले या न बोले।
आपको ये पोस्ट पसंद आ सकती हैं
|
Author - Saroj Jangir
इस ब्लॉग पर आप पायेंगे मधुर और सुन्दर भजनों का संग्रह । इस ब्लॉग का उद्देश्य आपको सुन्दर भजनों के बोल उपलब्ध करवाना है। आप इस ब्लॉग पर अपने पसंद के गायक और भजन केटेगरी के भजन खोज सकते हैं....अधिक पढ़ें। |