चली शिव की बारात मस्ती में सारे झूमते भजन लिरिक्स Chali Shiv Ki Barat Bhajan
त्रिशूल धारी मेरे भोले भंडारी अघोरियों संग झूमते,
चली शिव की बारात मस्ती में सारे झूमतें,
चली शिव की बारात मस्ती में सारे झूमते,
बैरागी का रूप बनाया भोला शिव त्रिपुरारी आया,
तीनों लोकों में है फैली जे भोले तेरी जैसी माया,
भूत प्रेतों संग झूम के चली शिव की बारात,
मस्ती में सारे झूम ते चली शिव की बारात,
माथे चंदा साजे शिव के गल नागों की माला,
तन पे भस्म रमाएँ दूल्हा बन गया डमरुँ वाला,
ढोल नगाड़े बाजे झूमते, चली शिव की बारात,
मस्ती में सारे झूम ते चली शिव की बारात,
भगतो के संग झूम झूम के नाचे सुभाष दीवाना,
जे के जोगी ने है गाकर शिव भक्तो को नचाना
भांग प्याला पी के झूमते चली शिव की बारात,
मस्ती में सारे झूम ते चली शिव की बारात, सोमवार स्पेशल : शिव भोलेनाथ जी की बारात के झूमते नाचते भजन : शिव विवाह के भजन : भोले बाबा की आराधना
आपको ये पोस्ट पसंद आ सकती हैं
|
Author - Saroj Jangir
इस ब्लॉग पर आप पायेंगे मधुर और सुन्दर भजनों का संग्रह । इस ब्लॉग का उद्देश्य आपको सुन्दर भजनों के बोल उपलब्ध करवाना है। आप इस ब्लॉग पर अपने पसंद के गायक और भजन केटेगरी के भजन खोज सकते हैं....अधिक पढ़ें।
|