मुझे रास आ गया है तेरे दर पे सर झुकाना भजन
मुझे रास आ गया है, तेरे दर पे सर झुकाना,
तुझे मिल गया पुजारी, मुझे मिल गया ठिकाना,
मुझे रास आ गया है, तेरे दर पे सर झुकाना,
तुझे मिल गया पुजारी, मुझे मिल गया ठिकाना,
मुझे कौन जानता था तेरी बंदगी से पहले,
तेरी याद ने बना दी मेरी ज़िन्दगी फ़साना,
मुझे इसका गम नहीं है की बदल गया ज़माना,
मेरी ज़िन्दगी के मालिक कहीं तुम बदल न जाना,
यह सर वो सर नहीं है जिसे रख दूँ फिर उठा लूं,
जब चढ़ गया चरण में आता नहीं उठाना,
तेरी सांवरी सी सुरत मेरे मन में बस गयी है,
ऐ सांवरे सलोने अब और ना सताना,
दुनियां की खा के ठोकर मैं आया तेरे द्वारे,
मेरे मुरली वाले मोहन, अब और ना सताना,
मेरी आरजु यही है दम निकले तेरे दर पे,
Mujhe Raas Aa Gaya Hai, Tere Dar Pe Sar Jhukaana,
Tujhe Mil Gaya Pujaaree, Mujhe Mil Gaya Thikaana,
Mujhe Raas Aa Gaya Hai, Tere Dar Pe Sar Jhukaana,
Tujhe Mil Gaya Pujaaree, Mujhe Mil Gaya Thikaana,
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Author - Saroj Jangir
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