तुमको आना होगा गणेश भजन
तुमको आना होगा गणेश भजन
गौरी सुत गणराज पधारो,
आके सारे काज सवारों ।
तुझको आना होगा तुझको आना होगा,
गौरी सुत गणराज पधारो ।।
सारे देवो में पहले तुझको मनाये,
तुहि दयालु सारे वीगन हटाए ।
फिर जाके प्यारे बाबा शिव के दुलारे,
दुखडो से देवा हमको उबारो ।।
।। तुझको आना होगा तुझको आना होगा ।।
रिद्धि सीधी के दाता आप कहाये,
किरपा दिखाओ बाबा गुण तेरे गये ।
भक्तो की नैया अब है तेरे सहारे,
अटकी कश्ती को आके पार उतरो ।।
।। तुझको आना होगा तुझको आना होगा ।।
मालया गिरी चन्दन का टिका लगाउ,
लड्डुवन का तेरे देवा भोग लगाउ ।
हर्ष दीवाना तेरी बात निहारे,
मेरे भी अटके सारे काज सुधारो ।।
।। तुझको आना होगा तुझको आना होगा ।।
आके सारे काज सवारों ।
तुझको आना होगा तुझको आना होगा,
गौरी सुत गणराज पधारो ।।
सारे देवो में पहले तुझको मनाये,
तुहि दयालु सारे वीगन हटाए ।
फिर जाके प्यारे बाबा शिव के दुलारे,
दुखडो से देवा हमको उबारो ।।
।। तुझको आना होगा तुझको आना होगा ।।
रिद्धि सीधी के दाता आप कहाये,
किरपा दिखाओ बाबा गुण तेरे गये ।
भक्तो की नैया अब है तेरे सहारे,
अटकी कश्ती को आके पार उतरो ।।
।। तुझको आना होगा तुझको आना होगा ।।
मालया गिरी चन्दन का टिका लगाउ,
लड्डुवन का तेरे देवा भोग लगाउ ।
हर्ष दीवाना तेरी बात निहारे,
मेरे भी अटके सारे काज सुधारो ।।
।। तुझको आना होगा तुझको आना होगा ।।
गणेश चतुर्थी स्पेशल भजन | तुझको आना होगा | गौरी सुत गणराज पधारो | Ganesh ji Bhajan |Mukesh Bagda
तुम को आना होगा तुम को आना होगा,
तुमको आना होगा तुम को आना होगा
हो करते है पहले तेरी हम तो पूजा,
होता है दुनिया में हर काम दूजा,
सब की बिगड़ी को तू ही बनाये,
सब के भाग्यो को तू ही जगाये,
तुम को आना होगा तुम को आना होगा,
सेवा में तेरी खड़े हम सभी तो, भक्तो के प्यारे पधारो अभी तो,
भक्तों के मन की इक तार बोले,
नैया है मझधार खाये यो ढोले,
तुम को आना होगा तुम को आना होगा,
रिद्धि और सीधी का तू ही है दाता,
चरणों में शर्मा है शीश झुकाता,
कर मारो पढ़ वाला गुण तेरे गाये,
कमल किशोर कभी तुझको भुलाए,
तुम को आना होगा तुम को आना होगा,
तुमको आना होगा तुम को आना होगा
हो करते है पहले तेरी हम तो पूजा,
होता है दुनिया में हर काम दूजा,
सब की बिगड़ी को तू ही बनाये,
सब के भाग्यो को तू ही जगाये,
तुम को आना होगा तुम को आना होगा,
सेवा में तेरी खड़े हम सभी तो, भक्तो के प्यारे पधारो अभी तो,
भक्तों के मन की इक तार बोले,
नैया है मझधार खाये यो ढोले,
तुम को आना होगा तुम को आना होगा,
रिद्धि और सीधी का तू ही है दाता,
चरणों में शर्मा है शीश झुकाता,
कर मारो पढ़ वाला गुण तेरे गाये,
कमल किशोर कभी तुझको भुलाए,
तुम को आना होगा तुम को आना होगा,
गौरी सुत गणराज, विघ्नहर्ता गणेश, भक्तों के हर काज को संवारने वाले, तुम्हारा पधारना मंगल का संदेश है। सारे देवों में पहले तुम्हारी पूजा होती है, क्योंकि तुम दयालु हो, हर बाधा को मिटाते हो, जैसे सूर्य धुंध को हटाए। शिव के दुलारे, तुम दुखों से उबारते हो, भक्तों की पुकार सुनते हो।
रिद्धि-सिद्धि के दाता, तुम्हारी कृपा से नैया पार लगती है। भक्त मालती फूल, चंदन का टीका, और लड्डू का भोग चढ़ाता है, प्रेम से तुम्हें रिझाता है। हर्ष हो या कोई और, सब तुम्हारी बाट जोहते हैं, ताकि अटके काम बन जाएँ। तुम्हारी एक कृपा जीवन को सँवार देती है, जैसे बारिश धरती को हरा करे। सच्चे मन से पुकारो, गणेश जी तुरंत पधारते हैं, हर विघ्न को हर लेते हैं।
रिद्धि-सिद्धि के दाता, तुम्हारी कृपा से नैया पार लगती है। भक्त मालती फूल, चंदन का टीका, और लड्डू का भोग चढ़ाता है, प्रेम से तुम्हें रिझाता है। हर्ष हो या कोई और, सब तुम्हारी बाट जोहते हैं, ताकि अटके काम बन जाएँ। तुम्हारी एक कृपा जीवन को सँवार देती है, जैसे बारिश धरती को हरा करे। सच्चे मन से पुकारो, गणेश जी तुरंत पधारते हैं, हर विघ्न को हर लेते हैं।
Song: Gauri Sut Ganraj Padharo
Singer: Mukesh Bagda
Music: Sohan Lal
Lyrics: Harsh
Album: Gauri Sut Ganraj Padharo
Singer: Mukesh Bagda
Music: Sohan Lal
Lyrics: Harsh
Album: Gauri Sut Ganraj Padharo