दौलत काम ना आए कोई ताकत काम ना आए

दौलत काम ना आए कोई ताकत काम ना आए

(मुखड़ा)
दौलत काम ना आए,
कोई ताकत काम ना आए,
जिनको मैया बुलाती है,
वो ही माँ के मंदिर जाए।।


(अंतरा)
माँ की मर्जी ना हो तो,
कोई कितना जोर लगा ले,
दर से वापस लौटते देखे,
हमने जाने वाले,
दौलत काम ना आए,
कोई ताकत काम ना आए,
जिनको हुक्म सुनाती है,
वो ही माँ के मंदिर जाए।।

भूल गई होगी मैया,
ये दिल में खयाल ना लाना,
हो सकता है मैया को,
खुद हो तेरे घर में आना,
दौलत काम ना आए,
कोई ताकत काम ना आए,
जिसकी बारी आती है,
वो ही माँ के मंदिर जाए।।

चाहे जाने वाले हो,
चाहे ना जाने वाले,
माँ के तो सारे बेटे हैं,
'सोनू' किस्मत वाले,
दौलत काम ना आए,
कोई ताकत काम ना आए,
माँ सब पर प्यार लुटाती है,
कोई जाए या ना जाए।।

(पुनरावृत्ति)
दौलत काम ना आए,
कोई ताकत काम ना आए,
जिनको मैया बुलाती है,
वो ही माँ के मंदिर जाए।।
 

माँ के मंदिर जाने का सौभाग्य केवल उन्हीं को मिलता है जिन पर माँ की कृपा होती है। दौलत और ताकत से कोई भी माँ के दरबार में नहीं पहुँच सकता, बल्कि यह माँ की मर्जी से ही संभव होता है। माँ अपने सभी भक्तों पर कृपा बरसाती हैं, चाहे वे मंदिर आएँ या न आएँ।

सुन्दर भजन में माँ की कृपा और भक्ति की गहन अनुभूति को प्रकट किया गया है। माँ का स्नेह न किसी धन-दौलत से बंधा होता है, न किसी बाहरी शक्ति से प्रभावित होता है—उनके मंदिर में वही प्रवेश करता है, जिसे स्वयं माँ बुलाती हैं। श्रद्धा और प्रेम ही वह मार्ग हैं, जिनसे माँ की कृपा प्राप्त होती है।

इस भजन का भाव यही दर्शाता है कि भक्ति केवल बाहरी दिखावे से नहीं आती, बल्कि यह आंतरिक आस्था का प्रतीक है। माँ के मंदिर तक पहुँचने की शक्ति केवल समर्पण और सच्चे भाव में निहित है। जब कोई श्रद्धा से माँ का स्मरण करता है, तब उसे माँ की छत्रछाया में स्थान मिलता है। यह बताता है कि देवी केवल उन्हीं को स्वीकार करती हैं, जिनके हृदय में सच्ची श्रद्धा का दीप जलता है।

माँ की मर्जी सर्वोपरि होती है—कई बार भक्त यह सोचता है कि उसकी पुकार अनसुनी रह गई, लेकिन माँ की कृपा किसी निश्चित स्थान या समय की मोहताज नहीं होती। माँ का प्रेम इतना गहरा होता है कि कभी वह स्वयं भक्त के पास आ जाती हैं, जिससे उसके जीवन में आनंद और संतोष का संचार होता है। जब माँ की कृपा बरसती है, तब समस्त विघ्न समाप्त हो जाते हैं, और आत्मा सच्चे आनंद को प्राप्त करती है।

इस भजन का संदेश यही है कि माँ का प्रेम सभी के लिए है। माँ की कृपा को कोई बाहरी सत्ता निर्धारित नहीं कर सकती—जिसकी बारी आती है, उसे माँ का आशीर्वाद प्राप्त होता है। श्रद्धा और भक्ति से माँ को स्मरण करने से ही उनकी कृपा सहज रूप से प्राप्त होती है। यही इस भजन की दिव्यता और माँ की स्नेहिल शक्ति का सार है, जो भक्तों को आत्मिक संतोष और वास्तविक सुख प्रदान करता है।

वही तो है क़िस्मतवाला जिसको मैया ने भेजा बुलावा || Mata Rani Ke Bhajan || Mata Rani Song || SM & KM 

Mata Rani Bhajan: Daulat Kaam Na Aaye Koi Takat Kaam Na Aaye
Singer: Saurabh Madhukar & Keshav Madhukar (Kolkata)
Lyricist: Sunil Gupta (Sonu Ji)

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