खाटू वाले तेरे रहते झर झर बरसे नैना
खाटू वाले तेरे रहते झर झर बरसे नैना भजन
खाटू वाले तेरे रहते,झर झर बरसे नैना,
झर झर बरसे नैना,
इतना बता दे ये दुख मुझको,
इतना बता दे ये दुख मुझको,
कब तक और है सहना,
झर झर बरसे नैनां।
तुझको निहारूँ मैं,
तुझको पुकारूँ मैं,
तुझको निहारूँ मैं,
सुनता नही क्यों,
बात मेरी तू,
इतना क्यों तड़पाए,
क्यों ना हाथ बढाए,
या तो कह दे छोड़ दूँ तुमसे,
या तो कह दे छोड़ दूँ तुमसे,
अब मैं कुछ भी कहना,
झर झर बरसे नैनां।
तुमसे ही आस बंधी,
सुख की प्यास जगी,
तुमसे ही आस बंधी,
किस दर जाऊँ,
किसको रिझाऊँ,
दिल तेरा क्यों ना पसीजे,
बैठा है अँखियाँ मिचे,
भवसागर के तूफानों में,
भवसागर के तूफानों में,
कब तक और है बहना,
झर झर बरसे नैनां।
हारे का सहारा है,
सबको उबारा है,
हारे का सहारा है,
सुन ओ कन्हैया,
मेरी भी नैया,
क्यों ना पार लगाए,
दास ये डूब ना जाए,
मैं भी हूँ हारा दे दे सहारा,
मैं भी हूँ हारा दे दे सहारा,
तुझ बिन अब नहीं रहना,
झर झर बरसे नैनां।
मैं भी हूँ दास तेरा,
तू विश्वास मेरा,
मैं भी हूँ दास तेरा,
सर पर मेरे,
हाथ जो फेरे,
सुधरे मेरी उमरिया,
सुन ले ओ सांवरिया,
चोखानी के तुझ बिन बाबा,
चोखानी के तुझ बिन बाबा,
कटते नहीं दिन रैना,
झर झर बरसे नैनां।
खाटू वाले तेरे रहते,
झर झर बरसे नैना,
झर झर बरसे नैना,
इतना बता दे ये दुःख मुझको,
इतना बता दे ये दुःख मुझको,
कब तक और है सहना,
झर झर बरसे नैनां।
झर झर बरसे नैना,
इतना बता दे ये दुख मुझको,
इतना बता दे ये दुख मुझको,
कब तक और है सहना,
झर झर बरसे नैनां।
तुझको निहारूँ मैं,
तुझको पुकारूँ मैं,
तुझको निहारूँ मैं,
सुनता नही क्यों,
बात मेरी तू,
इतना क्यों तड़पाए,
क्यों ना हाथ बढाए,
या तो कह दे छोड़ दूँ तुमसे,
या तो कह दे छोड़ दूँ तुमसे,
अब मैं कुछ भी कहना,
झर झर बरसे नैनां।
तुमसे ही आस बंधी,
सुख की प्यास जगी,
तुमसे ही आस बंधी,
किस दर जाऊँ,
किसको रिझाऊँ,
दिल तेरा क्यों ना पसीजे,
बैठा है अँखियाँ मिचे,
भवसागर के तूफानों में,
भवसागर के तूफानों में,
कब तक और है बहना,
झर झर बरसे नैनां।
हारे का सहारा है,
सबको उबारा है,
हारे का सहारा है,
सुन ओ कन्हैया,
मेरी भी नैया,
क्यों ना पार लगाए,
दास ये डूब ना जाए,
मैं भी हूँ हारा दे दे सहारा,
मैं भी हूँ हारा दे दे सहारा,
तुझ बिन अब नहीं रहना,
झर झर बरसे नैनां।
मैं भी हूँ दास तेरा,
तू विश्वास मेरा,
मैं भी हूँ दास तेरा,
सर पर मेरे,
हाथ जो फेरे,
सुधरे मेरी उमरिया,
सुन ले ओ सांवरिया,
चोखानी के तुझ बिन बाबा,
चोखानी के तुझ बिन बाबा,
कटते नहीं दिन रैना,
झर झर बरसे नैनां।
खाटू वाले तेरे रहते,
झर झर बरसे नैना,
झर झर बरसे नैना,
इतना बता दे ये दुःख मुझको,
इतना बता दे ये दुःख मुझको,
कब तक और है सहना,
झर झर बरसे नैनां।
सबसे दर्द भरा श्याम भजन - झर झर बरसे नैना | Jhar Jhar Barse Naina | Rajesh Lohiya | सबसे दर्द भरा कृष्णा भजन
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Song: Jhar Jhar Barse Naina
Singer: Rajesh Lohiya (9810165562)
Music: Rishabh Lohiya (8802674909)
Lyricist: Pramod Chokhani (9453371110)
Video: Shammi Sharma
Category: Hindi Devotional (Shyam Bhajan)
Producers: Amresh Bahadur, Ramit Mathur
Label: Yuki
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सुन्दर भजन में श्रीश्यामजी के प्रति अनन्य प्रेम, विरह वेदना और उनकी कृपा की गहरी अनुभूति व्यक्त की गई है। भक्त अपनी पुकार को उनके श्रीचरणों में अर्पित करता है, क्योंकि वह जानता है कि उनकी कृपा से ही जीवन में समस्त कष्ट समाप्त होते हैं और आत्मा को परम आनंद प्राप्त होता है।
इस भजन का भाव श्रीश्यामजी की करुणा को पुकारने और उनकी शरण में संपूर्ण आत्मसमर्पण का प्रतीक है। भक्त का मन उनकी अनुपस्थिति में व्याकुल हो रहा है, और वह अपनी भावनाओं को उनके सामने रखते हुए कहता है—कब तक यह विरह रहेगा? कब तक यह तड़प बनी रहेगी? यह भक्ति की वह अवस्था है, जहाँ प्रेम केवल शब्दों तक सीमित नहीं रहता, बल्कि यह आत्मा की गहन पुकार बन जाता है।
श्रीश्यामजी के प्रति इस समर्पण में एक अनमोल भाव समाहित है—जब भक्त उनके भरोसे जीवन जीता है, तब वह समस्त सांसारिक भय और चिंता से मुक्त हो जाता है। उनका आशीर्वाद उसकी नैया को भवसागर में पार करने का संबल बनता है। जब भक्त उनकी कृपा की छाया में आ जाता है, तब वह अनुभव करता है कि उसके जीवन की हर पीड़ा समाप्त हो गई है और उसका मन ईश्वरीय शांति से परिपूर्ण हो जाता है।
इस भजन का सार यही है कि श्रीश्यामजी की भक्ति से ही आत्मा को परम सुख और शांति प्राप्त होती है। जब भक्त सच्चे भाव से उन्हें पुकारता है, तब वे उसकी समस्त व्याकुलता को समाप्त कर देते हैं और उसे भक्ति के मधुर रस से सराबोर कर देते हैं। यही उनकी कृपा का दिव्य स्वरूप है—जो प्रेम और श्रद्धा के माध्यम से भक्त के जीवन को आनंदमय और शांत बना देता है।
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