मंदिर सजा के रखना भजन

मंदिर सजा के रखना भजन

आजा आजा सांवरियां आजा,
मंदिर सजा के रखना
दीपक जला के रखना,
आएंगे श्याम मेरे पलके बिछाए रखना

चुन चुन के फूल गलियां गजरा बड़ा बनाना,
करे प्यार श्याम तुम से तुम झूम झूम गाना,
इतर लगा के रखना सिर को झुका के रखना,
आएंगे श्याम मेरे पलके बिछाए रखना

बन ठन के तुम भी आना संग में सभी को लाना,
बड़े श्याम भक्त जग में उनको प्रणाम करना,
सेवा बनाये रखना पूजा बनाये रखना,
आएंगे श्याम मेरे पलके बिछाए रखना

ग्यारस की रात की है महिमा बड़ी निराली,
कीर्तन करे गा तो ये भर देगा झोली खाली,
बाबू लाल का ये कहना श्री श्याम को रिझाना,
आएंगे श्याम मेरे पलके बिछाए रखना

मंदिर सजाके रखना दीपक जलाके रखना | Mandir saja ke rakhna | PAPPU SHARMA KHATU WALE | Krishna Bhajan

सुंदर भजन में मन की गहरी चाह झलकती है, जो श्रीकृष्णजी के प्रति अगाध प्रेम और श्रद्धा से भरी है। मंदिर को सजाने, दीपक जलाने और पलकें बिछाने का उल्लासपूर्ण आह्वान एक ऐसी तस्वीर बनाता है, जहाँ हर छोटी-बड़ी तैयारी प्रभु के स्वागत के लिए की जाती है। यह मन की वह पुकार है, जो श्रीकृष्णजी को अपने पास बुलाने के लिए बेकरार है। जैसे कोई प्रिय अतिथि के आने की खुशी में घर को सजाता है, ठीक वैसे ही यहाँ मन का मंदिर सज रहा है, जिसमें प्रभु का आगमन ही सबसे बड़ा उत्सव है।

फूलों से गजरा बनाना और इत्र लगाना उस प्रेम की सुगंध है, जो हृदय से निकलकर प्रभु तक पहुँचती है। यह सादगी भरा प्रेम है, जो झूम-झूम कर गाने और सिर झुकाने में व्यक्त होता है। जैसे मीराबाई अपने गीतों में श्रीकृष्णजी के लिए तड़पती थीं, वैसे ही यहाँ भी मन का हर भाव प्रभु के प्रति समर्पण का प्रतीक है। यह समर्पण केवल बाहरी सजावट तक सीमित नहीं, बल्कि मन की शुद्धता और भक्ति की गहराई को भी दर्शाता है। 

यह भजन भी देखिये

Bhajan - Mandir Saja Ke Rakhna
Singer - composer  :: PAPPU SHARMA KHATUWALE
Lyrics - PAPPU SHARMA
Music - Lovely Sharma
Director - PAPPU SHARMA (KHATUWALE)

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