मांगते रहते तुझसे शाम सवेरे

मांगते रहते तुझसे शाम सवेरे

 
मांगते रहते तुझसे शाम सवेरे

माँगते रहते तुझसे साँझ सवेरे,
हाथ ये फेले रहते सामने तेरे,
हाथ ये फेले रहते सामने तेरे,
तूने ख़ूब दिया दाता,
तेरा बहुत बड़ा उपकार,
तेरा बहुत बड़ा उपकार,
तूने ख़ूब दिया दाता,
तूने ख़ूब दिया दाता,
तेरा बहुत बड़ा उपकार,
तेरा बहुत बड़ा उपकार,
तूने ख़ूब दिया दाता।।

याद वो दिन मुझे,
खाली जेब वो मेरा,
दर दर भटकना हाए,
दर दर भटकना,
याद वो दिन मुझे,
खाली जेब वो मेरा,
दर दर भटकना हाए,
दर दर भटकना,
गैरो की क्या कहूं,
अपनो की आँख में,
रह रह खटकना हाए,
रह रह खटकना,
चारो तरफ थे मेरे,
गम के अंधेरे,
आख़िर में आया बाबा,
द्वार पे तेरे,
तूने ख़ूब दिया दाता,
तेरा बहुत बड़ा उपकार,
तेरा बहुत बड़ा उपकार,
तूने ख़ूब दिया दाता,
तूने ख़ूब दिया दाता,
तेरा बहुत बड़ा उपकार,
तेरा बहुत बड़ा उपकार,
तूने ख़ूब दिया दाता।।

मेरी ग़रीबी के,
दिन थे वो कैसे,
तूने ही जाना बाबा,
तूने ही जाना,
मेरी ग़रीबी के,
दिन थे वो कैसे,
तूने ही जाना बाबा,
तूने ही जाना,
तेरी कृपा से परिवार खा रहा,
भर पेट खाना बाबा,
देने को कुछ भी बाबा,
पास ना मेरे,
दबा जा रहा हू बाबा,
कर्ज में तेरे,
तूने ख़ूब दिया दाता,
तेरा बहुत बड़ा उपकार,
तेरा बहुत बड़ा उपकार,
तूने ख़ूब दिया दाता,
तूने ख़ूब दिया दाता,
तेरा बहुत बड़ा उपकार,
तेरा बहुत बड़ा उपकार,
तूने ख़ूब दिया दाता।।
माँगना छोड़ दूँ,
मुमकिन नही मेरा,
आदत ना जाए मेरी,
आदत ना जाए,
माँगना छोड़ दूँ,
मुमकिन नही मेरा,
आदत ना जाए मेरी,
आदत ना जाए,
तेरे आगे भोले,
कहता पवन मुझे,
लाज ना आए बाबा,
लाज ना आए,
तभी तो मै आता बाबा,
साँझ सवेरे,
सदा हाथ फैले रहते,
सामने तेरे,
तूने ख़ूब दिया दाता,
तेरा बहुत बड़ा उपकार,
तेरा बहुत बड़ा उपकार,
तूने ख़ूब दिया दाता,
तूने ख़ूब दिया दाता,
तेरा बहुत बड़ा उपकार,
तेरा बहुत बड़ा उपकार,
तूने ख़ूब दिया दाता।।

माँगते रहते तुझसे साँझ सवेरे,
हाथ ये फेले रहते सामने तेरे,
हाथ ये फेले रहते सामने तेरे,
तूने ख़ूब दिया दाता,
तेरा बहुत बड़ा उपकार,
तेरा बहुत बड़ा उपकार,
तूने ख़ूब दिया दाता,
तूने ख़ूब दिया दाता,
तेरा बहुत बड़ा उपकार,
तेरा बहुत बड़ा उपकार,
तूने ख़ूब दिया दाता।।

मांगते रहते तुझसे Saanjh Saanwre || Latest Krishna Bhajan || Full Song || Raju Mehra

सुंदर भजन में श्रीकृष्णजी के सामने एक सादा मन की पुकार है, जो उनके अनगिनत उपकारों का गुणगान करती है। यह दिल की वह बात है, जो हर सांझ-सवेरे उनके द्वार पर हाथ फैलाकर उनकी कृपा मांगता है। यह विश्वास है कि श्रीकृष्णजी ने हमेशा भरा-पूरा दिया, जैसे कोई दयालु सखा जो कभी खाली हाथ नहीं लौटाता।

जब जीवन में मुश्किलों के दिन थे, जेब खाली थी, और अपनों-परायों की नजरों में ठोकरें खानी पड़ीं, तब श्रीकृष्णजी ही वह सहारा बने। उनके द्वार पर पहुंचकर सारे अंधेरे छंट गए, जैसे सूरज की किरणों ने रात को उजाले में बदल दिया। यह कृतज्ञता है कि उनकी कृपा ने हर कमी को पूरा किया।

गरीबी के उन दिनों को याद करते हुए मन कहता है कि श्रीकृष्णजी ने ही हर दुख को समझा और परिवार को भरपेट भोजन दिया। यह भाव है कि उनके सामने कुछ भी नहीं छिपा, और उनकी दया ने जीवन को संवारा। भले ही कर्ज का बोझ हो, पर यह विश्वास है कि उनका प्रेम हर बोझ को हल्का कर देगा।

Album Name: O Palanhare
Singer Name: Raju Mehra
Copyright: Shree Cassette Industries (SCI)
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