हरी मेरे जीवन प्राण आधार लिरिक्स Hari Mere Jivan Pran Lyrics

हरी मेरे जीवन प्राण आधार लिरिक्स Hari Mere Jivan Pran Lyrics

हरी मेरे जीवन प्राण आधार
और आसरो नहीं तुम बिन
तीनो लोक मझार
आप बिना मोहे कछु ना सुहावे
निरख्यो सब संसार
मीरा कहे मई दासी रावरी
दीजो मति बिसार
हरी मेरे जीवन प्राण आधार
और आसरो नहीं तुम बिन
तीनो लोक मझार
आप बिना मोहे कछु ना सुहावे
निरख्यो सब संसार
मीरा कहे मई दासी रावरी
दीजो मति बिसार 
 

मीरा बाई ने इस भजन में श्री कृष्णा जी को जीवन का आधार कहा है। इस भजन में, मीरा श्री कृष्ण के बिना अपने जीवन की व्यर्थता को व्यक्त करती हैं। वह कहती हैं कि वह कृष्ण के बिना किसी भी चीज़ में आनंद नहीं ले सकती हैं। श्री कृष्ण जी के बिना जीवन का कोई भी उद्देश्य नहीं है. श्री कृष्ण जी के बिना जीवन का कोई आधार नहीं है. समस्त संसार में श्री कृष्ण जी के बिना कोई भी मीरा बाई को अच्छा नहीं लगता है, कोई भी उन्हें सुहाता है.


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