मुझे रास आ गया है तेरे दर पे सर झुकाना

मुझे रास आ गया है तेरे दर पे सर झुकाना

मुझे रास आ गया है, तेरे दर पे सर झुकाना,
तुझे मिल गया पुजारी, मुझे मिल गया ठिकाना,
मुझे रास आ गया है, तेरे दर पे सर झुकाना,
तुझे मिल गया पुजारी, मुझे मिल गया ठिकाना।

तेरी बंदगी से पहले, मुझे कौन जानता था,
तेरी याद ने बनादी, मेरी ज़िन्दगी फ़साना,
तुझे मिल गया पुजारी, मुझे मिल गया ठिकाना,
मुझे रास आ गया है, तेरे दर पे सर झुकाना,
तुझे मिल गया पुजारी, मुझे मिल गया ठिकाना।

दुनियां की ठोकरों से आयी मैं तेरे द्वारे,
मेरे मुरली वाले मोहन अब और न सताना,
तुझे मिल गया पुजारी, मुझे मिल गया ठिकाना,
मुझे रास आ गया है, तेरे दर पे सर झुकाना,
तुझे मिल गया पुजारी, मुझे मिल गया ठिकाना।

तेरी सांवली सुरतिया, मेरे मन में बस गई है,
अभी आ भी जाओ मोहन करके कोई बहाना,
तुझे मिल गया पुजारी, मुझे मिल गया ठिकाना,
मुझे रास आ गया है, तेरे दर पे सर झुकाना,
तुझे मिल गया पुजारी, मुझे मिल गया ठिकाना।

मुझे रास आ गया है, तेरे दर पे सर झुकाना,
तुझे मिल गया पुजारी, मुझे मिल गया ठिकाना,
मुझे रास आ गया है, तेरे दर पे सर झुकाना,
तुझे मिल गया पुजारी, मुझे मिल गया ठिकाना।


भजन श्रेणी : कृष्ण भजन (Krishna Bhajan)

श्याम के भजन || कृष्णा के भजन|| मुझे रास आ गया है तेरे दर पे सर झुकाना |KRISHNA BHAJAN || SD ||

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