माँगा है मैने मैया से वरदान एक ही भजन
माँगा है मैने मैया से वरदान एक ही भजन
माँगा है मैंने मैया से,
वरदान एक ही,
तेरी कृपा बनी रहे,
जब तक है ज़िंदगी।।
(अंतरा)
जिस पर भी माँ का हाथ था,
वो पार हो गया,
जो भी शरण में आ गया,
उद्धार हो गया,
जिसका भरोसा मैया पर,
डूबा कभी नहीं,
तेरी कृपा बनी रहे,
जब तक है ज़िंदगी।।
कोई समझ सका नहीं,
माया बड़ी अजीब,
जिसने भी माँ को पा लिया,
है वो ही खुशनसीब,
मैया की मर्ज़ी के बिना,
पत्ता हिलें नहीं,
तेरी कृपा बनी रहे,
जब तक है ज़िंदगी।।
ऐसी दयालु मैया से,
रिश्ता बनाइए,
मिलता रहेगा आपको,
जो कुछ भी चाहिए,
ऐसा करिश्मा होगा जो,
पहले हुआ नहीं,
तेरी कृपा बनी रहे,
जब तक है ज़िंदगी।।
कहते हैं लोग, ज़िंदगी,
किस्मत की बात है,
किस्मत बनाना भी मगर,
मैया के हाथ है,
‘बनवारी’ कर ले तू यकीन,
ज्यादा समय नहीं,
तेरी कृपा बनी रहे,
जब तक है ज़िंदगी।।
(अंतिम पुनरावृत्ति)
माँगा है मैंने मैया से,
वरदान एक ही,
तेरी कृपा बनी रहे,
जब तक है ज़िंदगी।।
किसी वरदान से कम मत समझना इस भजन को | Mata Ke Bhajan | Mata Rani Ke Bhajan | Saurabh Madhukar
सुन्दर भजन में माँ की असीम कृपा और भक्त की विनम्र प्रार्थना प्रकट होती है। माँ से माँगा गया यह वरदान किसी सांसारिक सुख की कामना नहीं, बल्कि उनके स्नेह और आशीर्वाद की निरंतरता की प्रार्थना है। जब माँ का हाथ किसी के सिर पर होता है, तो जीवन की सभी कठिनाइयाँ समाप्त हो जाती हैं, और आत्मा मुक्ति की ओर बढ़ती है।
माया की गहराइयों को कोई पूर्णतः समझ नहीं सकता, लेकिन जिसने माँ की भक्ति को अपनाया, वही सच्चे सुख को प्राप्त कर सका। संसार की अनिश्चितता और बाधाओं के बीच माँ की कृपा ही वह स्थिरता है जो व्यक्ति को हर परिस्थिति में संभाल सकती है। माँ का प्रेम किसी चमत्कार से कम नहीं—जो भी उनके चरणों में समर्पित होता है, उसे वह अपने दिव्य आशीषों से भर देती हैं।
सुन्दर भजन यह भाव स्पष्ट करता है कि जीवन केवल भाग्य के अधीन नहीं है, बल्कि माँ की कृपा ही वास्तविक मार्गदर्शक शक्ति है। माँ की भक्ति से व्यक्ति अपने जीवन को नई दिशा दे सकता है, और हर संकट से बाहर निकल सकता है।