राधा प्यारी दे डारोजी बनसी हमारी भजन
राधा प्यारी दे डारोजी बनसी हमारी भजन
राधा प्यारी दे डारो ना, बंसी मोरी,राधा प्यारी दे डारो ना, बंसी मोरी,
ये बंसी में मेरो प्राण बसत है,
ये बंसी में मेरो प्राण बसत है,
ओ बंसी हो गयी चोरी, गयी चोरी
राधा प्यारी, दे डारो ना, बंसी मोरी,
राधा प्यारी, दे डारो ना, बंसी मोरी,
राधा प्यारी।
काहे से, गाउँ, काहे से बजाऊँ,
काहे से लाउँ, गइयाँ घेरी, गइयाँ घेरी
राधा प्यारी दे डारो ना, बंसी मोरी,
राधा प्यारी दे डारो ना, बंसी मोरी,
राधा प्यारी।
हा हा करत, तेरे पइयाँ परत,
तरस खाओ प्यारी, प्यारी मोरी, राधा प्यारी
राधा प्यारी दे डारो ना, बंसी मोरी,
राधा प्यारी दे डारो ना, बंसी मोरी,
राधा प्यारी।
मीरा के प्रभु, गिरधर नागर,
मीरा के प्रभु, गिरधर नागर,
बंसी ले के छोड़ी, बंसी ले के छोड़ी,
राधा प्यारी दे डारो ना, बंसी मोरी,
राधा प्यारी दे डारो ना, बंसी मोरी,
राधा प्यारी।
राधा प्यारी दे डारोजी बनसी हमारी
राधा प्यारी दे डारोजी बनसी हमारी।
ये बनसीमें मेरा प्रान बसत है वो बनसी गई चोरी॥१॥
ना सोनेकी बन्सी न रुपेकी। हरहर बांसकी पेरी॥२॥
घडी एक मुखमें घडी एक करमें। घडी एक अधर धरी॥३॥
मीराके प्रभु गिरिधर नागर। चरनकमलपर वारी। राधा प्यारी दे०॥४॥