आई ती ते भिस्ती जनी जगत देखके रोई मीरा बाई पदावली Padawali Meera Bai Meera Bhajan Hindi Lyrics

आई ती ते भिस्ती जनी जगत देखके रोई
 आई ती ते भिस्ती जनी जगत देखके रोई।
मातापिता भाईबंद सात नही कोई।
मेरो मन रामनाम दुजा नही कोई॥टेक॥
साधु संग बैठे लोक लाज खोई। अब तो बात फैल गई।
जानत है सब कोई॥१॥
आवचन जल छीक छीक प्रेम बोल भई। अब तो मै फल भई।
आमरूत फल भई॥२॥
शंख चक्र गदा पद्म गला। बैजयंती माल सोई।
मीरा कहे नीर लागो होनियोसी हो भई॥३॥
+

एक टिप्पणी भेजें