मुरलिया बाजा जमणा तीर लिरिक्स
मुरलिया बाजा जमणा तीर लिरिक्स Muraliya Baja Jamana Teer
मुरलिया बाजा जमणा तीर।।टेक।।
मुरली म्हारो मण हर लीन्हो, चित्त धराँ णा धीर।
श्याम कण्हैया स्याम करमयां, स्याम जमणरो नीर।
धुण मुरली शुण सुध बुध बिसरां, जर जर म्हारो सरीर।
मीरां रे प्रभु गिरधरनागर, बेग हर्यां, म्हा पीर।।
(मुरिलाया=वंशी, मण=मन, स्याम=काले, करमयाँ=
कामरी, जमण रो=यमुना का, जर-जर=जड़ीभूत, बेग=
शीघ्र, पीर=पीड़ा,वेदना)
मुरली म्हारो मण हर लीन्हो, चित्त धराँ णा धीर।
श्याम कण्हैया स्याम करमयां, स्याम जमणरो नीर।
धुण मुरली शुण सुध बुध बिसरां, जर जर म्हारो सरीर।
मीरां रे प्रभु गिरधरनागर, बेग हर्यां, म्हा पीर।।
(मुरिलाया=वंशी, मण=मन, स्याम=काले, करमयाँ=
कामरी, जमण रो=यमुना का, जर-जर=जड़ीभूत, बेग=
शीघ्र, पीर=पीड़ा,वेदना)
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