मुरलिया बाजा जमणा तीर लिरिक्स Muraliya Baja Jamana Teer Lyrics

मुरलिया बाजा जमणा तीर लिरिक्स Muraliya Baja Jamana Teer Lyrics

मुरलिया बाजा जमणा तीर।।टेक।।
मुरली म्हारो मण हर लीन्हो, चित्त धराँ णा धीर।
श्याम कण्हैया स्याम करमयां, स्याम जमणरो नीर।
धुण मुरली शुण सुध बुध बिसरां, जर जर म्हारो सरीर।
मीरां रे प्रभु गिरधरनागर, बेग हर्यां, म्हा पीर।।
(मुरिलाया=वंशी, मण=मन, स्याम=काले, करमयाँ=
कामरी, जमण रो=यमुना का, जर-जर=जड़ीभूत, बेग=
शीघ्र, पीर=पीड़ा,वेदना)

यह भी देखें You May Also Like

 
 

हरि गुन गावत नाचूंगी॥
आपने मंदिरमों बैठ बैठकर। गीता भागवत बाचूंगी॥१॥
ग्यान ध्यानकी गठरी बांधकर। हरीहर संग मैं लागूंगी॥२॥
मीराके प्रभु गिरिधर नागर। सदा प्रेमरस चाखुंगी॥३॥

तो सांवरे के रंग राची।
साजि सिंगार बांधि पग घुंघरू, लोक-लाज तजि नाची।।
गई कुमति, लई साधुकी संगति, भगत, रूप भै सांची।
गाय गाय हरिके गुण निस दिन, कालब्यालसूँ बांची।।
उण बिन सब जग खारो लागत, और बात सब कांची।
मीरा श्रीगिरधरन लालसूँ, भगति रसीली जांची।।

अपनी गरज हो मिटी सावरे हम देखी तुमरी प्रीत॥ध्रु०॥
आपन जाय दुवारका छाय ऐसे बेहद भये हो नचिंत॥ ठोर०॥१॥
ठार सलेव करित हो कुलभवर कीसि रीत॥२॥
बीन दरसन कलना परत हे आपनी कीसि प्रीत।
मीरां के प्रभु गिरिधर नागर प्रभुचरन न परचित॥३॥
Next Post Previous Post
No Comment
Add Comment
comment url