मेरी कानाँ सुणज्यो जी करूणा निधान लिरिक्स Meri Kana Sunjyo Ji Karuna Nidhan Lyrics
मेरी कानाँ सुणज्यो जी करूणा निधान लिरिक्स Meri Kana Sunjyo Ji Karuna Nidhan Lyrics
मेरी कानाँ सुणज्यो जी करूणा निधानमेरी कानाँ सुणज्यो जी करूणा निधान।।टेक।।
रावलो बिड़व म्हाणे रूढ़ो लागां, पीड़त म्हारो प्राण।
सगाँ सनेहाँ म्हारै णाँ क्याँई, दस्यां सकल जहान।
ग्राह गह्याँ गजराज डबार्यां, अछत कर्यां बरदान।
मीराँ दासी अरजाँ करता म्हारो सहारो णा आण।।
(कानाँ सुणज्यो=कानों से सुनिये, करूण=दया,
निधान=भंडार, बिड़द=बिरद,यश, रूढ़ो=उत्तम,
बैर्यां=दुश्मन, अछत=अक्षत,पूर्ण, आण=अन्य,दूसरा)
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