प्रभु सों मिलन कैसे होय प्रभु सों मिलन कैसे होय।।टेक।। पाँच पहर धन्धे में थीते, तीन पहर रहे सोय। मानख जनम अमोलक पायो, सोतै सीतै डार्यो खोय। मीराँ के प्रभु गिरधर भजीये होनी होय सो होय।।
(धन्धे=सांसारिक झगड़े, मानख=मनुष्य, अमोलक=अमूल्य)
--------------------------- जोसीड़ा ने लाख बधाई रे अब घर आये स्याम॥ आज आनंद उमंगि भयो है जीव लहै सुखधाम। पांच सखी मिलि पीव परसिकैं आनंद ठामूं ठाम॥ बिसरि गयो दुख निरखि पियाकूं, सुफल मनोरथ काम।
meera Bai Bhajan Lyrics Hindi,Meera Bai Padawali Hindi Lyrics
मीराके सुखसागर स्वामी भवन गवन कियो राम॥
झुलत राधा संग। गिरिधर झूलत राधा संग॥ध्रु०॥ अबिर गुलालकी धूम मचाई। भर पिचकारी रंग॥ गिरि०॥१॥ लाल भई बिंद्रावन जमुना। केशर चूवत रंग॥ गिरि०॥२॥ नाचत ताल आधार सुरभर। धिमी धिमी बाजे मृदंग॥ गिरि०॥३॥ मीराके प्रभु गिरिधर नागर। चरनकमलकू दंग॥ गिरि०॥४॥
छोडो चुनरया छोडो मनमोहन मनमों बिच्यारो॥धृ०॥ नंदाजीके लाल। संग चले गोपाल धेनु चरत चपल। बीन बाजे रसाल। बंद छोडो॥१॥ काना मागत है दान। गोपी भये रानोरान। सुनो उनका ग्यान। घबरगया उनका प्रान। चिर छोडो॥२॥ मीरा कहे मुरारी। लाज रखो मेरी। पग लागो तोरी। अब तुम बिहारी। चिर छोडो॥३॥