रोज मेरी दीवाली तेरे दर्शन भजन

रोज मेरी दीवाली तेरे दर्शन भजन

रोज मेरी दीवाली तेरे दर्शन मुझको हो जाते,
तेरी किरपा के चलते ही बाबा मौज उड़ाते,
रोज मेरी दीवाली तेरे दर्शन मुझको हो जाते।

पूछते है लोक सारे कैसी है दिवाली,
सांवरे की लौ मैंने दिल में जगा ली,
धनतेरस की लक्ष्मी बरखा आंबे रोज लुटा दे,
रोज मेरी दीवाली तेरे दर्शन मुझको हो जाते।

पाके तुझको निखर गया हूँ,
पहले से ज्यादा संवर गया हूँ,
रूप चौदस की तरह,
रोज तुम मुझको हो चमकाते,
रोज मेरी दीवाली तेरे दर्शन मुझको हो जाते।

रोज तेरे नाम के दीप जलाऊं,
श्याम कहे अपनी सबको बताऊँ,
मावस के सारे अंधियारे घर से दूर भगा दे,
रोज मेरी दीवाली तेरे दर्शन मुझको हो जाते।

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