सेठ कहे तुझसे सेठ साँवरा दीन कहे तुझे दीनानाथ लिरिक्स Seth Kahe Tujhse Seth Lyrics
सेठ कहे तुझसे सेठ साँवरा,दीन कहे तुझे दीनानाथ,
तुम ही बताओ सेठ सांवरे हो,
या तुम दीनो के नाथ,
सेठ कहे तुझसे सेठ साँवरा,
दीन कहे तुझे दीनानाथ।
सेठ भरे तेरी हाज़री,
करते है तेरा मनुहार,
दीन करे बाबा तेरी चाकरी,
आते दर पर ले परिवार,
इक भरोसा तेरा मुझको,
लाज मेरी है तेरे हाथ,
सेठ कहे तुझसे सेठ साँवरा,
दीन कहे तुझे दीनानाथ।
मैं जो तुम्हे भुलाना चाहूँ,
घर आंगन में मेरे श्याम,
सोच सोच कर मैं शरमाऊं,
कहाँ बिठाऊगा मैं मेरे श्याम,
नहीं बिछाने को है चादर,
नहीं है सिर पे मेरे छाँव,
सेठ कहे तुझसे सेठ साँवरा,
दीन कहे तुझे दीनानाथ।
सुदामा के तंदुल भाये,
झूठे बेर शबरी के खाये,
दुर्योधन का महल त्याग,
घर विदुरानी के घर तुम आये,
सेठ कहे तुझसे साँवरा,
दीन कहे तुझे दीनानाथ,
कब आओगे घर तुम मेरे,
टीकम से तू करले बात,
सेठ कहे तुझसे सेठ साँवरा,
दीन कहे तुझे दीनानाथ।
सेठ कहे तुझसे सेठ साँवरा,
दीन कहे तुझे दीनानाथ,
तुम ही बताओ सेठ सांवरे हो,
या तुम दीनो के नाथ,
सेठ कहे तुझसे सेठ साँवरा,
दीन कहे तुझे दीनानाथ।
यह भजन एक भक्त द्वारा भगवान श्रीकृष्ण से प्रार्थना है। भक्त भगवान श्रीकृष्ण को "सेठ" और "दीनानाथ" दोनों कहता है। "सेठ" का अर्थ है "व्यापारी" या "मालिक", और "दीनानाथ" का अर्थ है "दीन-दुखियों का नाथ"। भक्त भगवान श्रीकृष्ण से पूछता है कि वह कौन हैं: एक व्यापारी जो केवल अमीर और शक्तिशाली लोगों की मदद करता है, या एक भगवान जो सभी की मदद करता है, चाहे वे अमीर हों या गरीब।